AAP के दोनों हाथों में लड्डू! BJP और अकाली दल के लिए पैरों पर खड़ा होने का सुअवसर
punjabkesari.in Thursday, Jul 20, 2023 - 09:48 AM (IST)

पठानकोट: राष्ट्रीय स्तर पर इंडियन नैशनल डिवैल्पमैंट इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) के नाम से जो गठबंधन बना है, उसके जमीनी स्तर पर विचित्र हालात बनने शुरू हो गए हैं। राष्ट्रीय स्तर पर हो सकता है कि कांग्रेस पार्टी को इस गठबंधन का लाभ हो परंतु पंजाब में तो यह कांग्रेस के लिए ‘सांप के मुंह में कोहड़ किरली’ जैसी स्थिति में है। कांग्रेसी वर्कर सकते में हैं कि विधानसभा चुनावों के समय से जो साढ़सत्ती पार्टी पर चल रही है खत्म होने का नाम नहीं ले रही।
चुनावों से पहले ही पार्टी टूटनी शुरू हो गई थी और कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में कांग्रेसी पार्टी छोड़ गए थे और आज तक यह सिलसिला जारी है और अब तो हिन्दू नेता अश्विनी सेखड़ी भी पार्टी को अलविदा कहकर भाजपा का दामन थाम चुके हैं। अब तो कांग्रेस से भाजपा में गए सुनील जाखड़ भाजपा के राज्य अध्यक्ष बनकर एक बड़ा राजनीतिक धमाका कर चुके हैं, परंतु कांग्रेस के लिए संघर्ष कर रहे प्रधान राजा अमरिंद्र सिंह वड़िंग़ और एल.ओ.पी. प्रताप सिंह बाजवा पूरी मेहनत कर रहे हैं कि किसी न किसी तरह लोकसभा चुनावों में कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन करे और उसकी वापसी का मार्ग प्रशस्त हो।
उनके ही दिशा-निर्देशन में कांग्रेसी वर्कर इस काम में जुटे हुए नजर आ रहे थे। चाहे जालंधर की अप्रत्याशित हार ने कांग्रेस को काफी हद तक मायूस किया है। नए घटनाक्रम के बाद अब अगले कुछ माह में कांग्रेस पूरी तरह से पंजाब में बैकफुट की स्थिति में रहेगी। पंजाब में एक ओर कांग्रेस के दिग्गज नेता एक-एक करके जेल यात्रा कर रहे हैं और भ्रष्टाचार को लेकर सरकार के प्रहार को सहने के लिए दिन-रात लगे हुए हैं। ऊपर से इस गठबंधन के बाद वर्करों में यह बात घर करनी शुरू कर गई है कि राष्ट्रीय स्तर पर बनने वाले इस गठबंधन के बाद कांग्रेस की पंजाब में स्थिति क्या होगी। इसको लेकर चिंतन का दौर शुरू हो चुका है।