संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन है हरियाणा में किसानों को रोकने के लिए की हिंसक कार्रवाई: बाजवा

punjabkesari.in Thursday, Nov 26, 2020 - 09:02 PM (IST)

गुरदासपुर (हरमन): कांग्रेस के सीनियर नेता और राज्य सभा के मैंबर प्रताप सिंह बाजवा ने कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली जा रहे किसानों को रोकने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा इस्तेमाल की गई सख्ती और वहां की पुलिस की तरफ से हिंसक कार्रवाई की सख्त शब्दों में निंदा की है।

बाजवा ने कहा कि पिछले 2 महीनों से पंजाब में संघर्ष कर रहे किसानों ने संघर्ष दौरान किसी भी तरह की हिंसा नहीं की और किसानों ने लोकतांत्रिक ढंग के साथ कृषि कानूनों के विरुद्ध रोष जताया परन्तु इसके बावजूद केंद्र द्वारा उनकी कोई सुनवाई न होने के कारण अब जब किसान केंद्र सरकार को अपनी समस्याएं बताने के लिए दिल्ली जाने के लिए मजबूर हुए हैं तो पुलिस द्वारा जबरदस्ती उनको रोकने की कार्रवाई किसानों के संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन है। हरियाणा सरकार व केंद्र सरकार ने आज जो कार्रवाई की है, वह लोकतंत्र के उल्ट है। जिस ढंग से हरियाणा और केंद्र सरकार ने किसान को रोकने की कार्रवाई की है, वह किसानों और भारत सरकार दरमियान तनाव को बढ़ाएगी। राष्ट्रीय हितों को ध्यान में रखते केंद्र सरकार को इस गंभीर स्थिति को सही ढंग से संभालने की जरूरत है।

उन्होंने हरियाणा सरकार से अपील की है कि वह किसानों को इसी तरह रोकने की बजाय अपनी सरहदों के द्वारा दिल्ली जाने के लिए रास्ता दे। उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि वह किसानों को दिल्ली में शांतमयी ढंग से रोष प्रदर्शन करने की आज्ञा दे जिससे किसान भी लोकतंत्र ढंग से अपनी आवाज बुलंद कर सकें।

Mohit