दहेज के चक्कर में ससुरालियों ने गर्भवती महिला का नहीं करवाया इलाज, तड़प-तड़प कर गई जान

punjabkesari.in Monday, Nov 04, 2019 - 11:47 AM (IST)

लुधियाना (गौतम): शिमलापुरी इलाके के क्वालिटी चौक में रहने वाले गर्भवती महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक महिला पलक के मायके पक्ष के लोगों ने सुसरालियों पर आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर रोष जताया जबकि महिला के ससुरालियों ने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को सिरे से नकार दिया। इस मामले की जानकारी होते ही थाना शिमलापुरी की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर महिला का शव कब्जे में ले लिया। पुलिस ने मायके पक्ष की शिकायत पर कार्रवाई शुरू कर दी है।  मोरिंडा निवासी पलक के पिता प्रदीप ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि करीब डेढ़ साल पहले उन्होंने अपनी बड़ी बेटी की शादी शिमलापुरी के रहने वाले युवक के साथ की थी। शादी के दिन ही लड़के वालों ने कार की डिमांड की जो पूरी कर दी गई थी। इसके बाद भी उन्होंने और दहेज के लिए बेटी को परेशान करना शुरू कर दिया। कई बार इस बात को लेकर पंचायती फैसले भी किए गए लेकिन हर फैसले के बाद बेटी के ससुराल के लोग उसे परेशान करना शुरू कर देते थे। 


भाई दूज पर परिजन गए तो बेहोश थी पलक
प्रदीप ने बताया कि उनकी बेटी गर्भवती हो गई लेकिन उसके ससुराल के लोगों ने 8 महीने तक न तो उसे किसी अस्पताल में दिखाया और न ही उसका कार्ड बनवाया। भाई दूज के दिन उनकी पत्नी, छोटी बेटी व बेटा उसके घर गए तो उनकी बेटी बेहोशी की हालत में थी। ससुराल पक्ष के लोगों से पूछने पर उन्होंने बताया कि घर पर ही देसी इलाज करवाया जा रहा है। उसे घर पर ही ग्लूकोज लगवाया जा रहा था। 


सूचित करने पर छीना छोटी बहन का मोबाइल
बेटी की हालत को देखते हुए उनकी पत्नी ने छोटी बेटी को देखभाल के लिए बड़ी बेटी के घर छोड़ दिया लेकिन बार-बार कहने पर भी उसके ससुराल के लोग उसका देसी इलाज ही करवाते रहे। जब छोटी बेटी ने मोबाइल पर उन्हें बेटी की गंभीर हालत को लेकर सूचित किया तो उन्होंने उसका मोबाइल छीन लिया। 30 अक्तूबर को उनकी बेटी की हालत ’यादा बिगड़ गई तो वे उसे लेकर डी.एम.सी. चले गए जहां 2 दिन वैंटीलेटर पर रहने के बाद उसकी मौत हो गई। 


डाक्टर बोले- पेट में बच्चे की मौत के कारण फैला जहर
डाक्टरों ने बताया कि बच्चे की पेट में ही मौत हो जाने से जहर महिला के शरीर में फैल गया जिस कारण उसकी मौत हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि अगर ससुराल के लोग उसे समय पर अस्पताल में इलाज के लिए लेकर जाते तो उसकी जान बच सकती थी। इनकी लापरवाही के कारण ही उनकी बेटी की मौत हुई है। 

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