जेल में बंद कैदी ने जेल अधिकारियों पर लगाए मारपीट व बाजू तोड़ने के आरोप

punjabkesari.in Tuesday, Dec 31, 2019 - 05:13 PM (IST)

गुरदासपुर(विनोद): केंद्रीय जेल गुरदासपुर के कत्ल केस में बंद चार कैदियों से जेल अधिकारियों द्वारा मारपीट करने तथा एक कैदी की बाजू टूट जाने के कारण उसे अदालत के आदेश पर सिविल अस्पताल दाखिल करवाने का मामला सामने आया है। अस्पताल में लाए हवालाती गुरबाज सिंह के अनुसार उसके भाई तथा हमारे दो साथियों का जेल अस्पताल में इलाज किया जा रहा है तथा कई दिनों से हमारे साथ दुर्रव्यवहार किया जा रहा था। वहीं दूसरी ओर जेल अधिकारियों ने कैदियों के आरोपों को नकारते हुए कहा कि यह चारों कैदी लम्बे समय से जेल में वातावरण खराब कर रहे थे तथा राहत पाने के लिए झूठी शिकायतें करते आ रहे हैं।

क्या है मामला
सिविल अस्पताल में इलाज के लिए लाए गए हवालाती गुरबाज सिंह पुत्र बखशीश सिंह निवासी गांव सधवां ने बताया कि वह तथा उसका भाई गुरदीप सिंह सहित गांव के ही मंदीप सिंह तथा अम्मू हत्या केस में जेल में बंद है। पंरतु लम्बे समय से ही हमें जेल में परेशान किया जा रहा था तथा हमारे साथ गाली-गलोच तथा मारपीट की जा रही थी। इस संंबंधी कुछ दिन पहले हमने अतिरिक्त जिलाधीश को शिकायत की थी। तब से हमारे पर तश्दत बढ़ गया था तथा हमें चक्की बंद किया गया था। दिन को हमें चक्की बंद कर दिया जाता तथा रात को हमारे साथ मारपीट की जाती थी। गत दिवस उसकी मां निर्मल कौर उससे मुलाकात करने के लिए आई तो हमारी मुलाकात नहीं करवाई गई। हमारी मां निर्मल कौर को यह कहा गया था कि वह ठीक नहीं है। जिस पर उनकी मां ने अदालत में गत दिवस ही शिकायत देकर हमारा इलाज करवाने की गुहार लगाई थी तथा अदालत के आदेश पर मुझे आज सिविल अस्पताल लाया गया है जबकि उसके भाई गुुरदीप सिंह तथा मंदीप सिंह व अम्मू का जेल में ही इलाज चल रहा है।
 
क्या आरोप लगाया निर्मल कौर ने 
निर्मल कौर ने बताया कि गत दिवस जेल में ही किसी ने मुझे चुप-चाप बताया था कि जेल अधिकारियों द्वारा मारपीट करने से गुरबाज का बाजू टूटा हुआ है तथा जेल में ही इलाज चल रहा है जिस कारण उसने अपने वकील के माध्यम से अदालत का सहारा लिया।

क्या कहना है जेल अधिकारियों का
बेशक इस मामले संबंधी जेल अधिकारी खुल कर बात नहीं कर रहे है, परंतु इतना जरूर कहते है कि इन चारों ने जेल का वातावरण खराब कर रखा था। हत्या केस में बंद हवालाती जेल कैदियों से झगड़ा करने के अतिरिक्त जेल अधिकारियों से भी झगड़ा करते रहते थे। इनके बारे में अदालत को हमने पहले ही शिकायत दी हुई है। जेल अधिकारियों के अनुसार गुरबाज सिंह जो मारपीट का आरोप लगा रहा है वह पूरी तरह से गलत है तथा इसे जो भी चोट लगी है वह कैदियों के साथ हुई हाथापाई का परिणाम है। जेल में कैदियों से मारपीट नहीं की जाती है। यदि मामले की जांच होगी तो सारी सच्चाई सामने आएगी।
 

Vaneet