कोरोना टीकाकरण: निजी अस्पताल सरकार के साथ डाटा सांझा करने में कर रहे आनाकानी

punjabkesari.in Monday, Dec 14, 2020 - 10:33 AM (IST)

चंडीगढ़ (रमनजीत सिंह): पंजाब सरकार द्वारा बड़े स्तर पर कोविड वैक्सीन टीकाकरण की शुरूआत के लिए तैयारी की जा रही है। तकरीबन 1.25 लाख फ्रंट लाइन वॉरियर्स (हैल्थ स्टाफ) को पहले पड़ाव में शामिल करने पर काम किया जा रहा है। सरकारी हैल्थ स्टाफ का तो ब्यौरा मौजूद है, लेकिन निजी क्षेत्र का डाटा तैयार करना अधिकारियों के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। निजी स्वास्थ्य संस्थाएं सरकार के साथ स्टाफ का डाटा शेयर करने में आनाकानी कर रही हैं। अधिकारियों को उन्हें आश्वासन देकर मनाना पड़ रहा है कि यह डाटा किसी भी अन्य उद्देश्य के लिए इस्तेमाल नहीं होगा। 

‘सबसे पहले फ्रंटलाइन हैल्थ वर्कर’: सरकार ने टीकाकरण के लिए प्राथमिकता और फ्रंटलाइन वर्करों के आधार पर पहचान करने की योजना पर काम शुरू किया है। प्रोटोकॉल तैयार कर पहले पड़ाव में हैल्थकेयर सैक्टर में फ्रंटलाइन वर्करों के टीकाकरण पर सहमति बनी थी। इसके बाद पुलिस और राजस्व विभाग जैसे अन्य ऐसे विभागों के स्टाफ को शामिल किया जाएगा, जिन्हें लॉकडाऊन के दौरान ड्यूटियों पर लगाया गया था। इसके तहत स्वास्थ्य विभाग और मैडीकल एजुकेशन एंड रिसर्च विभाग के पूरे फ्रंटलाइन स्टाफ का डाटाबेस तैयार किया गया। यह संख्या 80 हजार के आसपास बनी है। 

वहीं, निजी क्षेत्र के फ्रंटलाइन स्टाफ की सूचना लेने के लिए तकरीबन हर जिले के सिविल सर्जन कार्यालय को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी है। निजी संस्थाओं द्वारा स्टाफ का डाटा शेयर करने की हिचकिचाहट ही वजह है कि अभी तक निजी क्षेत्र में सिर्फ 45 हजार हैल्थ वर्करों का ही डाटा सरकार को मिल पाया है। एक अधिकारी ने कहा कि निजी संस्थान डाटा शेयर करने से कतरा रहे हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि इस तरह के आधार पर सरकार कभी भी किसी नियम-कानून का हवाला देकर उन्हें उलझा सकती है इसलिए उन्हें यह आश्वासन देना पड़ रहा है कि निजी क्षेत्र के स्टाफ का डाटा सिर्फ कोविड-19 वैक्सीन रजिस्ट्रेशन के लिए ही इस्तेमाल होगा और किसी भी मकसद के लिए नहीं।

वैक्सीन की कोल्ड चेन महत्वपूर्ण
वैक्सीन को प्रभावी बनाए रखने के लिए उसकी कोल्ड चेन मैंटेन करना अति-आवश्यक है। वैक्सीन के हिसाब से तापमान शून्य से नीचे मैंटेन करना पड़ता है। इसके लिए डीप फ्रीजर से लेकर आइस बॉक्स तक काम आते हैं। राज्य सरकार ने 729 कोल्ड चेन प्वाइंटों को तैयार किया है, जिनके जरिए वैक्सीन की डोज को टीकाकरण तक पूरी तरह से कोल्ड चेन में बनाए रखा जा सकेगा। 

स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक राज्य स्तरीय, 22 जिला स्तरीय और 127 ब्लॉक स्तरीय वैक्सीन स्टोर तैयार किए जा रहे हैं और 570 कोल्ड चेन प्वाइंट होंगे। साथ ही फिरोजपुर के अलावा केंद्र सरकार द्वारा चंडीगढ़ में भी एक वॉक-इन फ्रीजर मुहैया करवाया जाएगा। अमृतसर, होशियारपुर और फिरोजपुर में 1-1 वॉक-इन कूलर होगा। राज्य के पास 1,165 आइसलाइन रैफ्रीजरेटर और 1079 डीप फ्रीजर भी हैं।

मिल रहा पूरा सहयोग : स्वास्थ्य मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि हर काम की शुरूआत में कुछ न कुछ परेशानी तो होती है, लेकिन अब प्राइवेट हैल्थकेयर इंस्टीच्यूशंस से पूरा सहयोग मिल रहा है। वैक्सीनेशन बड़ी जिम्मेदारी का काम है और इसके लिए पूरी सजगता के साथ काम किया जा रहा है। निजी अस्पतालों द्वारा अपने फ्रंटलाइन वर्करों का डाटा शेयर किया जा रहा है। हो सकता है कि कहीं देरी हो रही हो, लेकिन उम्मीद है कि वैक्सीन आने से पहले हर एक फ्रंटलाइन हैल्थ वर्कर का रजिस्ट्रेशन कर लिया जाएगा। 

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य में वैक्सीन के वितरण की तैयारियों के हिस्से के तौर पर न सिर्फ जिन्हें टीका लगाया जाना है, उनकी पहचान की जा रही है, बल्कि जिस स्टाफ द्वारा टीकाकरण किया जाना है, उनकी भी पहचान की जा रही है और उनकी ट्रेङ्क्षनग का भी प्रबंध किया गया है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन टीकाकरण अपने शुरूआती दौर में होगा, इसलिए हर छोटी से छोटी बात का ध्यान रखा जा रहा है, ताकि टीकाकरण के दौरान किसी भी किस्म की परेशानी न आए।

14 से 28 दिन के भीतर लगेंगे दो शॉट्स’& सरकारी तौर पर कोविड वैक्सीन नए वर्ष की पहली तिमाही के दौरान किसी भी समय पहुंचने की उम्मीद है। जानकारों का कहना है कि जो भी वैक्सीन फ्रंट रनर हैं, उनके अब तक के ट्रायल्स के मुताबिक हरेक की 2 शॉट्स यानी दो टीके लगाए जाने हैं। कुछ वैक्सीन का शैड्यूल 0 व 14 दिन का यानी पहला टीका लगने के बाद 14वें दिन दूसरा टीका लगेगा, जबकि कुछ का 0 व 28 दिन का शैड्यूल है। इस तरह पहले ही पड़ाव में करीबन 2.50 लाख खुराकों का इस्तेमाल एक माह के दौरान हो जाएगा।

Tania pathak