सरकारी वेतन लेकर प्राइवेट आप्रेशन करने वाले डॉक्टर सहित अन्य स्टाफ पर गिर सकती है गाज

punjabkesari.in Wednesday, Jul 20, 2022 - 10:32 AM (IST)

अमृतसर (दलजीत शर्मा): तरनतारन रोड पर स्थित प्राइवेट अस्पताल में गर्भवती महिला की मौत के मामले में जल्द ही अस्पताल प्रबंधकों पर गाज गिर सकती है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई जांच में सामने आया है कि अस्पताल में उपचार के लिए पर्याप्त प्रबंध नहीं थे। सहायक सिविल सर्जन डॉ अमरजीत सिंह द्वारा जांच तकरीबन मुकम्मल कर ली गई है तथा जल्द ही सिविल सर्जन डॉ चरणजीत सिंह इस मामले में सख्त कार्रवाई कर सकते हैं परंतु बड़ी सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर गुरु नानक देव अस्पताल के सर्जरी विभाग के डॉक्टर जिन्होंने ऑपरेशन किया है। क्या सरकार उन पर कोई कार्रवाई करेगी जो सरकारी वेतन लेने के बावजूद प्राइवेट ऑपरेशन कर रहे हैं। 

जानकारी अनुसार विभाग द्वारा की गई जांच में अभी तक गुरुनानक देव अस्पताल के सर्जरी विभाग के डा., श्री गुरु रामदास अस्पताल की डा.  व एक नर्स  के नाम सामने आए हैं। जांच टीम ने इन तीनों के बयान किए हैं। अगले सप्ताह तक जांच कमेटी सभी तथ्य की रिपोर्ट तैयार कर सिविल सर्जन को सौंपेगी। झब्बाल रोड स्थित गांव इब्बन के रहने वाले गुरप्रीत सिंह ने बताया कि उसकी 25 वर्षीय पत्नी मधु गर्भवती थी। उन्होंने न्यू अमृतसर में रहने वाली एक नर्स से संपर्क किया। उसने श्री गुरु रामदास अस्पताल की एक गायनी डाक्टर के लेटरपैड पर दवाएं और टेस्ट लिखे।

25 जून को मधु को प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो महिला के कहने पर वह मधु को तरनतारन रोड स्थित अस्पताल ले आया। वहां गुरु नानक देव अस्पताल के सर्जरी विभाग में कार्यरत डा.  और एक अन्य गायनी डाक्टर  थीं। डिलीवरी के बाद मधु ने जुड़वा बेटियों को जन्म दिया। इनमें से एक की मौत हो गई, जबकि कुछ देर बाद मधु ने भी दम तोड़ दिया। उधर दूसरी तरफ आरटीआई एक्टिविस्ट राजेंद्र शर्मा राजू ने कहा था सरकार को इस मामले का कड़ा संज्ञान लेना चाहिए तथा सरकारी वेतन लेने के बाद प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टर पर मामला दर्ज करवाना चाहिए मौत के लिए जो भी डॉक्टर तथा कर्मचारी जिम्मेवार हैं उन पर भी मामला दर्ज होना चाहिए इस संबंध में वह जल्द ही माननीय पंजाब तथा हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दर्ज करवाने जा रहे हैं उधर दूसरी तरफ सिविल सर्जन डॉ चरणजीत सिंह ने बताया कि अभी तक की गई जांच में सामने आया है कि जिस अस्पताल में महिला का ऑपरेशन हुआ था उसमें उपचार के पर्याप्त प्रबंध नहीं थे।
 

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Vatika