पंजाबियों की बहू बनकर भी प्रियंका नहीं जिता सकी बठिंडा और गुरदासपुर

punjabkesari.in Friday, May 24, 2019 - 07:56 PM (IST)

शाहकोट(अरुण): मेरा पति पंजाबी है, कह कर बठिंडा में अपनी चुनाव रैली की शुरुआत करने वाली कांग्रेस पार्टी की जनरल सचिव प्रियंका गांधी बठिंडा निवासियों पर अपनी छाप नहीं छोड़ सकी, जिस कारण बठिंडा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार अमरिन्दर सिंह राजा वडि़ंग वहां से चुनाव हार गए। बठिंडा से केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने 21772 वोट राजा वडि़ंग से अधिक लेकर जीत प्राप्त की। आपको बता दें कि राजनीति में आने के बाद प्रियंका गांधी की पंजाब में यह पहली सियासी रैली थी। जिस को संबोधन करते हुए उसने अपने आप को पंजाबियों की बहू बताते हुए पंजाब का खूब गुनगान किया था। प्रियंका गांधी ने बठिंडा के मंच से पंजाबियों को कांग्रेस की ओर से लुभाने के लिए काफी यत्न किए थे परन्तु यह सब बठिंडा में फेल साबित हुए।

इसके इलावा प्रियंका ने कांग्रेस के राज्य प्रधान सुनील जाखड़ के हक में पठानकोट में एक रोड शो भी किया था। जिस दौरान प्रियंका ने वहां भी अपना पूरा जोर लगा दिया। गुरूवार को आए चुनाव नतीजों में सनी देओल का वहां के लोगों पर जादू सिर चढ़ बोला, जिस कारण सुनील जाखड़ यहां से चुनाव मैदान में चित्त हो गए। गुरदासपुर से सनी देओल को जहां 558719 मत प्राप्त हुए तो वहीं सुनील जाखड़ के हक में सिर्फ 476260 वोटरों ने वोटिंग की। पंजाब में प्रियंका गांधी ने अकेले ही 2 रैलियां को संबोधन नहीं किया था, बल्कि उनके साथ सिद्धू भी थे। पंजाब फेरी दौरान सिद्धू हर समय प्रियंका के साथ रहे। पूरे पंजाब में सिर्फ 2 सीटें ही ऐसी थे जिन पर सिद्धू ने प्रचार किया था और वह थे बठिंडा और गुरदासपुर, जहां कांग्रेस हारी। 

 


 

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