प्रियंका तय करेंगी यू.पी. में कौन कहां से लड़ेगा चुनाव

punjabkesari.in Friday, Feb 01, 2019 - 07:18 PM (IST)

जालंधर(धवन): कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव से पहले प्रियंका गांधी को पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव तथा पूर्वी यू.पी. का प्रभारी बना कर सियासी माहौल को गरमा दिया है। कांग्रेसी सूत्रों का कहना है कि अब प्रियंका गांधी लोकसभा टिकट देने के लिए नए मापदंड तैयार करेंगी। पूर्वी यू.पी. की 42 सीटों पर उम्मीदवारंों का चयन विशेष रूप से प्रियंका की सिफारिश पर होगा। देश के अन्य भागों में भी प्रियंका की पसंद पर मोहर लगेगी। इससे पहले गुलाम नबी आजाद ने लगभग 35 सीटों पर उम्मीदवारों के बारे में फीडबैक कार्यकत्र्ताओं से लिया हुआ है। इसकी जानकारी वह प्रियंका को देंगे। प्रियंका ने अभी औपचारिक तौर पर अपना पद्भार संभालना है। 

कांग्रेसी सूूत्रों ने बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के 9 मंडलों की 42 सीटें प्रियंका गांधी के हिस्से आ रही हैं। इन मंडलों में मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद, अलीगढ़, बरेली, झांसी, कानपुर, चित्रकूट और आगरा शामिल हैं। दूसरे प्रभारी के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हिस्से में अर्थात लखनऊ, फैजाबाद, बस्ती, देवीपाटन, गोरखपुर, बनारस, आजमगढ़, मिर्जापुर और इलाहाबाद शामिल हैं। पश्चिमी यू.पी. में 38 सीटें आती हैं। कांग्रेस द्वारा उत्तर प्रदेश में पार्टी के नए पुराने कार्यकत्र्ताओं को एकत्रित करके उनकी मन की बात जानने का प्रयास किया जाएगा। पिछली बार लोकसभा चुनाव लड़े सभी उम्मीदवारों का बायोडाटा लिया गया है। 

कांग्रेसी सूत्रों ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा के धार्मिक कार्ड का जवाब देने के लिए भी कांग्रेस ने एक रणनीति तैयार की है। प्रियंका गांधी के प्रयागराज दौरे की रूपरेखा तैयार की जा रही है। पार्टी नेताओं का मानना है कि 2001 में सोनिया गांधी ने भी कुंभ में स्नान किया था, अब 2019 में पार्टी साफ्ट हिन्दूत्व के मुद्दे पर किसी भी तरह से पीछे नहीं रहना चाहती है। पिछळे साल राहुल गांधी ने गुजरात के मंदिरों का दौरा किया था तथा उसके बाद वह कैलाश मान सरोवर की यात्रा पर भी गए थे। 4 फरवरी को कुंभ का दूसरा शाही स्नान है, उसी दिन मौनी अमावस्या भी है। 10 फरवरी को बसंत पंचमी और तीसरा शाही स्नान है। पार्टी नेताओं का मानना है कि इन दोनों तारीखों में से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी तथा प्रियंका गांधी किसी भी एक तारीख का चयन करके शाही स्नान में भाग लेंगे। स्थानीय कांग्रेसी नेताओं का मानना है कि शाही साधु संतों को भी पार्टी के नेता अपने साथ रखेंगे। इससे कांग्रेस साफ्ट हिन्दूत्व का एक संदेश देगी। 
 

Vaneet