वन निगम में प्रमोशन घोटाला, उछला साधु सिंह धर्मसोत का नाम

punjabkesari.in Monday, Aug 31, 2020 - 12:09 PM (IST)

चंडीगढ़ (अश्वनी): छात्रवृत्ति घोटाले पर उपजे विवाद के बीच वन निगम में एक नया ‘प्रमोशन’ घोटाला सामने आ गया है। पंजाब राज्य वन विकास निगम लिमिटेड में गत दिनों नियम-कायदों को ताक पर रखकर ताबड़तोड़ प्रमोशंस की गई हैं। धर्मसोत इस कार्पोरेशन में चेयरमैन हैं। आरोप है कि धर्मसोत के इशारे पर ही नियम-कायदों को ताक पर रखकर प्रमोशन की गई। खास बात यह है कि कार्पोरेशन के मैनेजिंग डायरैक्टर हरिंदर सिंह ग्रेवाल 31 अगस्त को रिटायर होने वाले हैं और रिटायरमैंट से ठीक पहले उनके आदेश से ही जल्दबाजी में प्रमोशन पत्र बांटे गए हैं।

निगम के अधिकारियों की मानें तो पंजाब राज्य वन विकास निगम लिमिटेड की विभागीय तरक्की कमेटी ने 19 अगस्त को बैठक की थी, जिसमें महज वरिष्ठता के आधार पर ही फील्ड सुपरवाइजर को सीधे प्रोजैक्ट अफसर तैनात करने को मंजूरी दी गई। इसी आधार पर निगम के मैनेजिंग डायरैक्टर हरिंदर सिंह ग्रेवाल ने 25 अगस्त को फील्ड सुपरवाइजर्स को सीधे प्रोजैक्ट आफिसर बनाने का पत्र जारी किया। उधर, बायलॉज की बात करें तो फील्ड सुपरवाइजर को पहले डिप्टी प्रोजैक्ट अफसर प्रमोशन मिलती है और 7 साल डिप्टी प्रोजैक्ट अफसर की जिम्मेदारी निभाने के बाद उसे प्रोजैक्ट अफसर बनाया जा सकता है। इसके ठीक उलट, बायलॉज को अनदेखा करते हुए तमाम फील्ड सुपरवाइजर्स को सीधे प्रोजैक्ट आफिसर प्रमोट करने के पत्र जारी कर दिए गए हैं। 

फील्ड सुपरवाइजर्स एक्सपीरियंस के हिसाब से प्रमोशन के हकदार : ग्रेवाल 
पंजाब राज्य वन विकास निगम लिमिटेड के मैनेजिंग डायरैक्टर हरिंदर सिंह ग्रेवाल ने कहा कि फील्ड सुपरवाइजर्स को प्रमोशन उनकी 20 साल की नौकरी को ध्यान में रखकर दी गई है। एक्सपीरियंस के हिसाब से वे प्रोजैक्ट आफिसर के पद पर प्रमोशन के हकदार हैं और इसी के आधार पर उन्हें प्रमोट किया गया है। जहां तक मामला भविष्य की प्रमोशन का है तो तरक्की कमेटी की बैठक बार-बार तो बुलाई नहीं जा सकती है। इसलिए कमेटी ने भविष्य में होने वाली रिटायरमैंट को ध्यान में रखते हुए मौजूदा कर्मचारी को अभी तरक्की दे दी है ताकि जब पद खाली हो तो वह उसकी जगह प्रोजैक्ट अफसर के तौर पर काम करे।

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