‘हमको तुमसे हो गया है प्यार क्या करें...’

punjabkesari.in Saturday, Feb 08, 2020 - 11:45 AM (IST)

जालंधर(शीतल जोशी): ‘देख के तुमको दिल डोला है, गॉड प्रोमिस हम सच बोला है, हमको तुमसे हो गया है प्यार क्या करें...’ ‘न वो अक्खियां रूहानी कहीं, न वो चेहरा नूरानी कहीं, कहीं दिल वाली बातें भी न, न वो सजरी जवानी कहीं, जग घुम्मेयां थारे जैसा न कोई....’ ङ्क्षहदी फिल्मों के गाने प्रेमियों के दिल के भावों को प्रेमिका तक पहुंचाने का आसान माध्यम है। युवा इन फिल्मी रोमांटिक गानों का सहारा लेकर हंसी-मजाक भी करते है और हंसते मुस्कुराते ही प्यार का इजहार भी कर देते हैं। प्रपोज डे पर प्यार का इजहार करने में संकोच कैसा करना, जब प्यार हो ही गया है। आजकल युवा प्यार के अहसास को जब महसूस करते हैं तो जल्दबाजी में निर्णय लेने की बजाय पूर्ण सोच विचार करके ही जिंदगी के फैसले लेते हैं। हालांकि युवा ‘लव इट फस्र्ट साइट’ के छलावे से बचें। 

क्या है प्यार? 
‘प्यार’ के अहसास से दुनिया ही बदल जाती है। प्यार की नाकामी अगर जिंदगी तबाह करती है तो प्यार में सफलता मिलने पर जिंदगी संवरने लगती है। जिंदगी के हर फैसले को लेकर संजीदा रहने वाले आज के युवा प्यार को दिखावे की वस्तु नहीं समझते। ‘प्यार’ शब्द लबों पर आते ही मन न जाने कितने कल्पनाओं के गोते लगाने लगता है। प्यार और नफरत के अहसास में प्यार की ताकत नफरत को भी अपनी फितरत बदलने के लिए मजबूर कर देती है। प्यार, इश्क, मोहब्बत के लिए किसी खास की तलाश नहीं की जाती, यह ऐसा अहसास है जो धीरे-धीरे शुरू होता है और जब यह किसी से हो जाता है तब अपना आम-सा दोस्त बहुत खास बन जाता है। दिल करता है कि हर समय आपका वह प्रिय आपके साथ रहे, उससे करने को हजारों बातें जहन में आएगी, हजारों शिकायतें और शिकवे होंगे, लेकिन उसके सामने आते ही सब कहीं छूमंतर हो जाएगा।’

प्रपोज डे 
 इस दिन युवा दिल के दबाए हुए अरमानों को जगाकर अपने डीयरवन के सामने अपने प्यार का इकरार करके प्रपोज करेंगे। रोज डे के बाद प्रपोज डे भी युवाओं के लिए बहुत महत्व रखता है। वैलेंटाइन वीक के दूसरे दिन प्रपोज-डे पर यदि प्यार परवान न चढ़ा तो बाकी का सारा हफ्ता भी मायूसी में बीतने का डर युवाओं के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है। वैसे ग्लोब्लाइजेशन के समय में युवा अपने पारिवारिक सदस्यों के साथ भी पिकनिक का प्रोग्राम बनाकर इसे सैलीब्रेट करते हैं। कुछ युवा ऐसे भी हैं जो बड़े-बजुर्गों के साथ समय बिताएंगे। 

क्या होता है आकर्षण? 
किसी को देखा और देखते ही रह गए क्या आपके साथ भी कभी ऐसा हुआ है तो समझे कि यह प्यार है कि सिर्फ किसी की पर्सनैलिटी का जादू है। ‘प्यार’ व ‘आकर्षण’ दिल और दिमाग का खेल है, इसलिए इनके अंतर को जानना जरूरी है। ‘आकर्षण’ तो किसी को देखते ही झटपट हो जाता है। इसमें दूसरे के गुणों को जानने और समझने की बजाय ऊपरी दिखावे पर फोकस रहता है। इसमें रियल फीङ्क्षलग्स और इमोशन्स की बजाय ‘फैंटेसी’ ज्यादा होती है। ‘आकर्षण’ होने पर रिलेशनशिप ज्यादा समय तक नहीं चल पाते।

Photo: 123RF

प्यार व आकर्षण को पहचानें....
प्यार जहां नि:स्वार्थ होता है वहीं आकर्षण कुछ समय के लिए होता है। प्यार में जहां समय के बीतने का अहसास नहीं होता, वहीं आकर्षण में रिश्ता निभाना बोझ लगता है। प्यार में आप जहां एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करते हैं, दुख-सुख में खड़े रहते हैं वहीं आकर्षण में इसका अभाव होता है। कुछ समय के आकर्षण को प्यार समझने की भूल करने से बचें। कहीं ऐसा न हो कि कुछ समय के आकर्षण से जिंदगी में सब तहस-नहस हो जाए। 

पहली नजर के प्यार में संभले...
‘लव इट फस्र्ट साइट’ में सफलता मिलना किस्मत पर निर्भर करता है। यूनिवॢसटी ऑफ नीदरलैंड में हुई रिसर्च के अनुसार पहली नजर का प्यार 46 प्रतिशत तक ही संभव हो सकता है जबकि उम्र बढऩे के साथ-साथ पहली नजर के प्यार की संभावनाएं भी बढ़ती जाती है। पहली नजर का प्यार युवाओं को 18 से 25 की उम्र में हो सकता है जो सिर्फ शारीरिक आकर्षण ही होता है। प्यार चाहे सफल हो या असफल उसकी याद हमेशा दिल में जिंदा रहती है। अच्छी यादें हों तो जिंदगी महकती रहती है और यदि बुरी हो तो दिल में चुभती रहती है। 

लव मीटर से जानें प्यार की गहराई 
 प्रपोज डे पर प्यार की सच्चाई को परखने के लिए लव मीटर का प्रयोग करें। लव मीटर को हाथ में पकड़ते ही प्यार का फव्वारा जितना अधिक ऊपर उठेगा आपका प्यार भी उतना ही गहरा होगा। अब अपने प्रिय पर शक न करें बल्कि प्यार की डीपनैस और सच्चाई को परखने के लिए लव मीटर की सहायता लें। 

swetha