मामला भगवान राम का पुतला जलाने का: 22 तक मांगें न मानीं तो राज्यभर में होगा आंदोलन

punjabkesari.in Thursday, Dec 03, 2020 - 10:26 AM (IST)

जालंधर(स.ह.): अमृतसर के मानांवाला में दशहरे वाले दिन भगवान श्री राम का पुतला बनाकर उसे आग लगाने के मामले में हिन्दू संगठनों में रोष दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। हिन्दू नेताओं का कहना है कि पंजाब सरकार इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही और केस में बनती कानूनी धाराएं नहीं लगाई जा रहीं।

गोपाल नगर स्थित कृष्ण-मुरारी मंदिर में हिन्दू संगठनों की राज्य स्तरीय बैठक हुई। हिन्दू नेताओं का कहना था कि 10 नवम्बर को पंजाब के 60 स्थानों पर हनुमान चालीसा का पाठ भी किया गया ताकि सरकार नींद से जागे लेकिन सरकार ने उनकी बातों को अनदेखा किया जिसके बाद सभी संगठनों ने बैठक कर सरकार को समय दिया है कि 22 दिसम्बर तक पुतले जलाने वाले जितने लोगों के खिलाफ केस दर्ज हैं उन्हें गिरफ्तार किया जाए। 

आरोपियों के खिलाफ धारा-295ए का चालान फास्ट ट्रैक कोर्ट में पेश किया जाए। यदि सरकार ने उक्त तिथि तक उनकी मांगें न मानीं तो पूरे पंजाब में समूह हिन्दू संगठन राज्य के हर जिले में सरकार का पुतला जलाएंगे। यदि इसके बाद भी सरकार की आंखें न खुलीं तो आने वाले हर चुनाव में पंजाब सरकार का बायकाट किया जाएगा।

इस बैठक में राज्यभर से लगभग 25 हिन्दू संगठनों ने भाग लिया। इस दौरान प्रमुख हिन्दू नेता विजय भारद्वाज, पवन गुप्ता, मनोज नन्हा, निशांत शर्मा, हरविंदर सोनी, संजीव घनौली, राजीव टंडन, हनी भारद्वाज, विजय कपूर, अजय एडवोकेट, सुनील सहगल, आशीष अरोड़ा, राजिंद्र शिंगारी, कुनाल कोहली, किशन लाल शर्मा, ईशांत शर्मा, मनीष बाहरी, रणधीर शर्मा, पवन वर्मा, सुधीर कक्कड़, राघव सहगल, रोहित, सुभाष महाजन, दिनेश कपूर, इंद्रजीत झा, सुरिंद्र रावत, राम बहादुर मिश्र, जतिंद्र सहदेव आदि शामिल थे।

Sunita sarangal