जोरदार नारों से गूंजी सी.एम. की सिटी

punjabkesari.in Monday, Oct 29, 2018 - 08:59 AM (IST)

पटियाला (जोसन): पंजाब के सरकारी कर्मचारियों की केसरी झंडे वाली प्रमुख जत्थेबंदियों अध्यापक दल पंजाब, इम्प्लाइज फैडरेशन बिजली बोर्ड चाहल, कर्मचारी दल पंजाब, पी.आर.टी.सी. कर्मचारी दल, मजदूर दल पंजाब पर आधारित मुलाजिम फ्रंट पंजाब ने बिजली निगम के मुख्य कार्यालय के सामने विशाल रैली कर प्रदर्शन किया। हजारों कर्मचारियों के यहां पहुंचने पर सी.एम. सिटी जोरदार नारों से गूंजती रही।

इस प्रदर्शन में पंजाब के अलग-अलग शहरों अमृतसर, गुरदासपुर, तरनतारन, फिरोजपुर, फरीदकोट, बङ्क्षठडा, मानसा, होशियारपुर, जालंधर, कपूरथला, लुधियाना, नवांशहर, संगरूर, रोपड़, मोहाली, पटियाला और पंजाब के कस्बों से कर्मचारी अपने-अपने संगठनों के बैनर और झंडे लेकर शामिल हुए। इनमें अध्यापक, बिजली निगम, पी.आर.टी.सी., पब्लिक हैल्थ, पी.डब्ल्यू.डी., वैटर्नरी, स्वास्थ्य विभाग के स्थायी व अस्थायी कर्मचारियों ने भाग लिया। 

पंजाब सरकार कर्मचारियों के मसले हल करने में असफल 
मुलाजिम फ्रंट पंजाब के प्रधान तेजिन्द्र सिंह संघरेड़ी, महासचिव मनजीत सिंह चाहल, अध्यापक दल पंजाब के प्रधान ईशर सिंह मंझपुर, इम्प्लाइज फैडरेशन के नेता पूरण सिंह खाई, कर्मचारी दल के गुरचरण सिंह कौली, पी.आर.टी.सी. कर्मचारी दल के नेता त्रिलोचन सिंह लिबड़ा और मजदूर दल के प्रधान गुरदीप सिंह ढींगी ने पंजाब सरकार पर तीखे हमले करते कहा कि पंजाब सरकार कर्मचारियों के 19 महीनों में समस्याएं हल करने में असफल सिद्ध हुई है। 

कर्मचारियों के वेतन में कटौती
वक्ताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री ने 2 फरवरी 2017 को कर्मचारियों के साथ वायदा किया था कि सरकार बनते ही कर्मचारियों के वेतन आयोग की रिपोर्ट लागू कर दी जाएगी। सरकार ने वेतन आयोग की रिपोर्ट तो क्या लागू करनी थी बल्कि केंद्र सरकार के समान कर्मचारियों को 1 जनवरी 2017 से मिलने वाले महंगाई भत्ते की 4 किस्तों और 22 महीनों का एरियर देने की बजाय 2400 रुपए सालाना कर्मचारियों के वेतन में से कटौती कर ली गई है।

 क्या हैं मांगें
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2004 के बाद भर्ती हुए कर्मचारियों को पैंशन दी जाए। 
*5178, एस.एस.ए., रमसा, ई.जी.एस., सर्विस प्रोवाइडर, कम्प्यूटर फैकल्टी, 27000, वर्करों और कर्मचारियों को पूरे स्केल में रैगुलर किया जाए।
*अध्यापक वर्ग में काम करते अध्यापकों और अलग-अलग विभागों में ठेके पर भर्ती हुए कर्मचारियों को पूरे स्केल में रैगुलर किया जाए। 
*बिजली निगम में सी.आर.ए. 281 के अधीन भर्ती हुए लाइनमैन और पी.आर.टी.सी. में काम करते वर्करों को रैगुलर किया जाए। 

मार्च को फव्वारा चौक पर रोका 
कर्मचारियों ने प्रदर्शन के बाद मोती महल की तरफ मार्च किया जिसको फव्वारा चौक पर रोक लिया गया। यहां मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि को मांग पत्र दिया गया। प्रदर्शन के कारण माल रोड पर यातायात 4 घंटे ठप्प रहा। 
 

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