Video Viral होने पर पनबस/ PRTC यूनियन का सख्त Action, दी ये चेतावनी

punjabkesari.in Monday, May 29, 2023 - 01:41 PM (IST)

जालंधर (पुनीत): बस ड्राइवरों व कंडक्टरों की आऊटसोर्स पर भर्ती करने हेतु लिए जाने वाले ट्रायल का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। चुपके से बनाया गया 2.50 मिनट का यह वीडियो सरहिंद की एक ग्राऊंड का बताया गया है, इसमें ठेकेदार द्वारा ड्राइवरों से बसें चलवाकर ट्रायल लिया जा रहा है। वीडियो सामने आने पर पनबस-पी.आर.टी.सी. यूनियन ने इसका कड़ा विरोध जताया है। दो-टूक चेतावनी देते हुए यूनियन ने कहा कि यदि तुरंत प्रभाव से आऊटसोर्स भर्ती नहीं रोकी गई तो आने वाले कुछ दिनों में बिना पूर्व सूचना दिए सरकारी बसों का चक्का जाम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुराने ठेका कर्मचारियों को पक्का करके नई भर्ती की जाए, इससे पहले आऊटसोर्स भर्ती नहीं होने दी जाएगी।



यूनियन के पदाधिकारियों के पास वीडियो पहुंचते ही पनबस-पी.आर.टी.सी. यूनियन की प्रदेश इकाई की आपता मीटिंग बुलाई गई। मीटिंग में प्रदेश प्रधान रेशम सिंह गिल, महासचिव शमशेर सिंह ढिल्लों, सीनियर मीत प्रधान हरकेश कुमार विक्की, मीत प्रधान दलजीत सिंह जल्लेवाल, डिपो-1 से चाणन सिंह चन्ना, डिपो-2 से सतपाल सिंह सत्ता व सीनियर पदाधिकारी शामिल हुए। प्रदेश इकाई ने पदाधिकारियों ने कहा कि आऊटसोर्स पर नए कर्मचारियों की भर्ती करके यूनियन को तोड़ने की साजिश रची जा रही है, ताकि हड़ताल के समय नए कर्मचारियों से बसें चलवाई जा सकें। उन्होंने कहा कि यूनियन एकजुट हैं व किसी भी सूरत में आऊटसोर्स पर भर्ती नहीं होने दी जाएगी क्योंकि इस भर्ती से ठेका कर्मचारियों का भविष्य अंधकार में चला जाएगा। उन्होंने कहा कि विभाग ने तुरन्त प्रभाव से इसे बंद नहीं करवाया तो यूनियन को विरोध में सड़कों पर उतरने को मजबूर होना पड़ेगा ।



यूनियन पदाधिकारियों ने कहा कि ठेका कर्मचारियों के साथ शुरू से धक्का किया जा रहा है। विभाग को नई भर्ती करने से पहले पुराने कर्मचारियों को पक्का करना पड़ेगा। वक्ताओं ने कहा कि चुनावों से विधानसभा चुनावों से पूर्व उन्हें आश्वासन दिलाया गया था कि ठेका कर्मचारियों को पक्का किया जाएगा लेकिन यह बाते खोखली साबित हो चुकी है। अधिकारी लारेबाजी करके उनकी मांग को नजरअंदाज कर रहे हैं। पंजाब के डिपुओं में बंद पड़ी बसों के बारे में बताते हुए यूनियन के मीत प्रधान दलजीत सिंह जल्लेवाल ने कहा कि स्पेयर पार्ट्स व टायरों की कमी के कारण बसें चलने में असमर्थ हैं। दलजीत ने कहा कि कई बार इस संबंधी बताया जा चुका है लेकिन विभागीय अधिकारियों द्वारा उचित कदम नहीं उठाए जा रहे जिसके कारण विभाग को रोजाना लाखों रुपए का नुक्सान झेलना पड़ रहा है। चानण सिंह ने कहा कि महिलाओं को मुफ्त सफर देकर नेताओं द्वारा अपनी पीठ थपथपाई जा रही है जबकि आलम यह है कि सरकारी बसों की कमी के कारण काऊंटर खाली रहते हैं। हरकेश कुमार विक्की ने कहा कि डिपो इकाईयों को मैसेज भेजा जा चुका है, जल्द ही पंजाब स्तरीय बड़ी मीटिंग करके कड़े कदम उठाए जाएंगे। सतपाल सिंह ने कहा कि आऊटसोर्स पर भर्ती किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं होगी। विभाग ने यदि गुपचुप ढंग से नई भर्ती कर भी ली तो यूनियन उन्हें बसें चलाने नहीं देगी। वहीं, इस संबंध में अधिकारियों से संपर्क नहीं हो सका।

 

 

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Vatika