कुछ ही देर में PSEB 10वीं और 8वीं के नतीजें किए जाएंगे आज घोषित
punjabkesari.in Monday, May 17, 2021 - 05:43 PM (IST)
लुधियाना (विक्की) : पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड (पीएसईबी) ने कक्षा 10वीं और कक्षा 8वीं कंटीन्यूज कॉम्प्रीहेंसिव इवेल्यूएशन (सीसीई) के आधार पर घोषित किया गया है। गौरतलब है कि पीएसईबी ने इस वर्ष कोरोना के चलते 10वीं की परीक्षाएं रद्द कर दीं थीं, बोर्ड के मुताबिक छात्र अपना रिजल्ट पीएसईबी की आधिकारिक वेबसाइट पर आज सुबह 8 बजे से चेक कर सकेंगे। इस घोषित परिणाम से जो विद्यार्थी संतुष्ट नहीं है वह कोविड-19 के हालात सही होने पर बाद में परीक्षा दे सकेंगे। इस परीक्षा की शर्ते व दिशा निर्देश स्कूल लॉगइन आईडी और बोर्ड की वेबसाइट पर उपलब्ध करवा दिए जाएंगे। बोर्ड द्वारा असंतुष्ट परीक्षार्थियों को सलाह दी गई है कि वह परीक्षा से संबंधित जरूरी सूचना के लिए स्कूल के साथ संपर्क रखते हुए 8वीं कक्षा और 10वीं कक्षा के लिए बोर्ड द्वारा जारी ईमेल आईडी के द्वारा अन्य सूचना का आदान प्रदान कर सकते हैं। पंजाब के सरकारी स्कूलों का रिजल्ट अन्य स्कूलों से अच्छा रहा है। 10वीं कक्षा के कुल 3,21,384 परीक्षार्थियों में 3,21,163 पास हुए हैं। जबकि 8वीं कक्षा में कुल 3,07,272 स्टूडेंट्स में से 3,06,894 बिना परीक्षा दिए ही पास हुए हैं।
8वीं कक्षा का परिणाम
बोर्ड द्वारा जारी परीक्षा परिणामों में 8वीं कक्षा की परीक्षा में एक बार फिर लड़कियों ने बाजी मारी है। इस परीक्षा में कुल 3,07,272 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी जिसमें से 3,06,894 विद्यार्थी अर्थात 99.88 प्रतिशत पास हुए। 1,43,528 लड़कियों ने यह परीक्षा दी जिसमें से 1,43,381 लड़कियां अर्थात 99.9 प्रतिशत पास हुई जबकि 1,63,744 लड़कों ने यह परीक्षा दी जिसमें से 1,63,513 अर्थात 99.86 लड़के पास हुए। अन्य स्कूलों के मुकाबले सरकारी स्कूलों का परिणाम बेहतर रहा।
10वीं कक्षा का परिणाम
इसी तरह 10वीं कक्षा की परीक्षा में भी लड़कियों का परिणाम लड़कों से बेहतर रहा। कुल 321384 विद्यार्थियों ने 10वीं कक्षा की परीक्षा दी, जिसमें से 3,21,163 विद्यार्थी पास हुए यह परिणाम 99.9 3 रहा। परीक्षा देने वाली 1,44,796 लड़कियों में से 1,44,713 अर्थात 99.94 लड़कियां पास हुई जबकि 1,76,588 लड़कों में से 1,70,450 अर्थात 99.92 लड़के पास हुए। इसी तरह 10वीं कक्षा के परीक्षा परिणामों में भी अन्य स्कूलों के मुकाबले सरकारी स्कूलों का परिणाम बेहतर रहा, जबकि शहरी स्कूलों जिनका परिणाम 99.9 प्रतिशत रहा, के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों का परिणाम 99.94 प्रतिशत के साथ बेहतर रहा।