पंजाब विधानसभा बजट सत्र: मजीठिया और नागरा में हुई तीखी तकरारबाजी

punjabkesari.in Thursday, Feb 21, 2019 - 09:09 AM (IST)

चंडीगढ़ (अश्वनी/भुल्लर): पंजाब विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर मुख्यमंत्री द्वारा जवाब पेश करने से पहले जोरदार बहस हुई। इस दौरान अभिभाषण में दर्ज मुद्दों को लेकर सत्तापक्ष और विपक्षी पार्टियों के मैंबरों ने एक-दूसरे पर तीखे निशाने साधे। बहस के चलते अकाली दल के बिक्रम मजीठिया और कांग्रेस के कुलजीत नागरा में तीखी तकरारबाजी हुई। बहस में नशे, भूमिगत पानी, घर-घर नौकरी और कर्ज माफी आदि के मुद्दे मुख्य तौर पर चर्चा में रहे। राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस को दोबारा आरंभ करते हुए ‘आप’ के अमन अरोड़ा ने कहा कि राज्य सरकार के पास अपनी कोई वाटर पॉलिसी तक नहीं है। 
 

पिछली सरकार के पाले हुए गैंगस्टर कैप्टन सरकार ने काबू किए : नागरा
कांग्रेस के कुलजीत नागरा ने अभिभाषण का समर्थन करते हुए कहा कि गैंगस्टरों को नकेल डालने में सरकार सफल हुई है जबकि पिछली सरकार ने गैंगस्टर पाल रखे थे। इस दौरान नागरा ने मजीठिया के बुजुर्गों के अंग्रेजों के साथ संबंधों को लेकर कोई तीखी टिप्पणी कर दीं जिस कारण मजीठिया भी उनको चुनौती देने लगे। स्पीकर द्वारा सख्ती करने पर दोनों शांत हो गए। राजा वड़िंग़ ने कैप्टन द्वारा लोगों से न मिलने के संबंध में आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि हमारी सरकार कार्य करने में विश्वास रखती है और संगत दर्शन जैसे ड्रामे नहीं करती। ‘आप’ के मीत हेयर ने कहा कि नशे अभी भी उसी तरह चल रहे हैं और कई श्रेणी के नशों में तो पंजाब देशभर में आज भी पहले तीन स्थानों पर चल रहा है। आप की सरबजीत कौर माणूके ने राज्य में अभी भी ट्रांसपोर्ट माफिया के बरकरार होने का आरोप लगाया।  वहीं ट्रांसपोर्ट मंत्री अरुणा चौधरी ने घोषणा की कि भविष्य में पंजाब में निजी और सरकारी बसों के टाइम बराबर होंगे। 

मौजूदा और पूर्व सरकार में कोई फर्क नहीं : बैंस 
विधायक सिमरजीत बैंस ने कहा कि मौजूदा सरकार में भी पहली सरकार वाली गलतियां हो रही हैं। पूर्व सरकार के समय विधानसभा की फ्रंट सीट पर ड्राइवर मुख्यमंत्री बादल थे और मेरी सीट 117वें नंबर पर थी और आज भी मैं उसी सीट पर हूं परंतु ड्राइवर बदल चुका है परंतु सरकारों के कामकाज में कोई फर्क नहीं है। 

मजीठिया ने कविता के जरिए सरकार के वायदों पर व्यंग्य किया
मजीठिया ने बहस में हिस्सा लेते हुए कहा कि लोगों को सरकार से बहुत सी उम्मीदें थीं और इस कारण 78 सीटों के बड़े बहुमत के साथ सत्ता दी। इस समय आल इज नॉट वैल वाली स्थिति बनी हुई है। कर्ज माफी के नाम पर सिर्फ 2 फीसदी किसानों का फसली कर्ज ही माफ किया गया है। मजीठिया ने कविता की लाइनों के रूप में कैप्टन सरकार के वायदों की तस्वीर खींची।

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