आपसी सहमति न बनने से पंजाब भाजपा के अध्यक्ष की घोषणा लटकी

punjabkesari.in Saturday, Jan 11, 2020 - 09:21 AM (IST)

चंडीगढ़(विशेष):लुधियाना में भारतीय जनता पार्टी के मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व पार्टी के संगठनात्मक चुनाव के राष्ट्रीय प्रभारी शिवराज सिंह चौहान द्वारा पंजाब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पद हेतु आपसी सहमति बनाने के लिए बुलाई गई बैठक में सर्वसम्मति नहीं बनने से प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव अब लटक गया है। 

ध्यान रहे कि प्रदेशाध्यक्ष की दौड़ में बैठक में मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष श्वेत मलिक, प्रदेश महामंत्री राकेश राठौर, प्रवीण बांसल, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व विधायक अश्विनी शर्मा, पूर्व अध्यक्ष व पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया ने अपना नाम प्रस्तुत किया था। शिवराज सिंह चौहान द्वारा सभी उपस्थित पदाधिकारियों की व्यक्तिगत रूप से बैठक करके राय ली गई लेकिन किसी एक नाम पर सहमति नहीं बनने से मामला लटक गया है। 

दूसरी तरफ संगठन ऐसे नेतृत्व की तलाश में है जो पंजाब की सभी 117 सीटों पर भाजपा को मजबूत बना सके और यह कार्य वही नेता कर सकता है, जिसमें पंजाब के सभी जिलों के सामाजिक समीकरण की समझ हो व पंजाब की संस्कृति की अच्छी तरह से पहचान रखता हो। 

शिवराज सिंह चौहान के साथ आयोजित बैठक में पंजाब भाजपा द्वारा अध्यक्ष पद के दावेदार कई वरिष्ठ नेताओं को नहीं बुलाए जाने का भी संघ हाईकमान ने कड़ा नोटिस लिया है। उक्त बैठक में प्रमुख रूप से प्रदेश अध्यक्ष पद के दावेदार पूर्व सांसद हरिंद्र सिंह खालसा, पूर्व सांसद व पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अविनाश राय खन्ना, राष्ट्रीय सचिव तरुण चुघ, पूर्व मंत्री अनिल जोशी, खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के पूर्व चेयरमैन हरजीत सिंह ग्रवाल व भाजपा के पूर्व सचिव व प्रवक्ता दीवान अमित अरोड़ा को नजरअंदाज करने से भी संघ व पार्टी हाईकमान को गलत संदेश गया है। 

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