पंजाब भाजपा में बड़े बदलाव की तैयारी! लगातार दूसरी बार चुनाव हारी प्रदेश टीम

punjabkesari.in Tuesday, Jun 28, 2022 - 02:25 PM (IST)

लुधियाना (गुप्ता): पंजाब में भाजपा की मौजूदा टीम ने लगातार दूसरी बार चुनाव में हार हासिल की है। इस वर्षी फरवरी में हुए विधानसभा चुनावों में 2 सीटें तो अब लोकसभा चुनाव में जमानत जब्त। लगातार पार्टी की हालत खराब हो रही है। 2-3 जुलाई को हैदराबाद में होने वाली भाजपा की राष्ट्रीय कार्य समिति की बैठक में जहां कई अन्य प्रदेशो के नये अध्यक्षो का निर्णय होगा वहीं पंजाब भाजपा में भी संगठनात्मक बदलाव के लिए बडा फैसला होने की सूत्रों से खबरे मिल रही है।

प्रदेश में हुए विधानसभा के चुनावों में अकाली दल बादल से नाता तोडने के पश्चात पूरे पंजाब में चुनावी समर में उतरी भाजपा को केवल 2 विधानसभा सीटो पर ही संतोष करना पडा। संगरूर लोकसभा के चुनाव में भी पंजाब भाजपा ने उपस्थिति तो दर्ज की पंरतु प्रदेश भाजपा अपने उम्मीदवार की जमानत जब्त होने से नही बचा सकी जबकि प्रदेश में आम आदमी पार्टी की सरकार के प्रति जबरदस्त जनाआक्रोश देखने को मिल रहा है। पंजाब भाजपा को भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्नाथ की करिशमाई कार्यशैली को अपनाते हुए उत्तर प्रदेश के रामपुर व आजमगढ़ के मुस्लिम बहुल इलाको में मिली जीत की तरह ही प्रदेश में भाजपा को जीत दिलानी होगी।

कार्यकर्ताओं का कहना है कि पार्टी को ए.सी कमरों में लंबी लंबी संगठनात्मक बैठके करने के स्थान पर आम लोगो के मुद्दो पर उनके बीच जाकर काम करना होगा तभी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पंजाब के लोगो के लिए किये गये कार्यो को भी पंजाब भाजपा लोगो तक पहुँचा पायेगी। प्रदेश भाजपा को यह ध्यान रखना होगा कि पंजाब के लोगो ने कटटरवादिता को त्याग दिया है, पंथक पार्टी अकाली दल के वोट बैंक ने भी विधानसभा चुनावों में बदलाव के लिए आम आदमी पार्टी को वोट डाला क्योकि पंजाब के लोग विकास और शांति चाहते है और नकारे हुए लीडरो से मुक्ति चाहते है। भाजपा को अपने कैडर से ही नेतृत्व तैयार करना होगा और जनाधार वाले नेताओं को पार्टी में प्रमुख स्थान देना होगा।         

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Vatika