गांव छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं सरहदी किसान, बोले सेना के साथ मिलकर लड़ेंगे जंग

punjabkesari.in Wednesday, Feb 27, 2019 - 04:02 PM (IST)

जालंधर, चंडीगढ़। (सूरज ठाकुर) पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय वायुसेना की POK में की गई एयर स्ट्राइक के बाद पंजाब के सरहदी इलाको में हालात बेहद तनावपूर्ण हैं, इसके बावजूद सरहदी इलाकों के किसान अपने गांव खाली करने को तैयार नहीं हैं। ये किसान किसी भी आपात स्थिति में सेना के साथ खड़े रहना चाहते हैं। किसानों का कहना है कि यदि पाकिस्तान की ओर से हमला होता है तो वे अपने देश के सैनिकों की हर संभव सहायता गांव में रहकर ही करेंगे। वे देश के सैनिकों के साथ मिलकर पाकिस्तान से लड़ने के लिए भी तैयार हैं। 

प्रशासन ने किया था शिफ्ट होने का आग्रह...
POK एअर स्ट्राइक के बाद भारत-पाक जंग के अंदेशे से दोनों देशों की सरहद पर तनाव बहुत ज्यादा बढ़ता जा रहा है। जंग के अंदेशे से एतिहात के तौर पर पाकिस्तान ने जहां सीमा पर लगते अपने गावों के लोगों को कैंपों में शिफ्ट करना शुरू कर दिया है, वहीं हमारे पंजाब के सरहदी इलाकों के किसानों ने अपने गांव छोड़कर कैंपों में शिफ्ट होने से इनकार कर दिया है। फाजिल्का, गुरदासपुर और अमृतसर के सरहद के पास बसे गांव के किसानों को प्रशासन ने एहतियात के तौर पर शिफ्ट होने के लिए कहा था, जबकि किसानों ने गांव छोड़ कर किसी भी तरह के कैंप में जाने से इनकार कर दिया। 

सैनिकों के लिए लगाएंगे लंगर-पानी...
किसानों का कहना है कि सरहद पर वे सदियों से रह रहे हैं, अपनी खेतीबाड़ी व घर छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे। पुलवामा में आतंकी हमले में मारे गए 40 जवानों को लेकर भी उनमें भारी आक्रोश है। वे चाहते हैं कि भारतीय सेना पाकिस्तान को सबक सीखाए। किसान कहते हैं कि जंग होने की स्थिति में वे अपने सैनिकों की सहायता के लिए उनके साथ ही रहेंगे। आपात हालात में सैनिकों के लिए लंगर-पानी की व्यवस्था करने की बात भी किसानों ने कही। सरहद के गांव में बसे इन किसानों को यह भी कहना है कि जब भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ पहली सर्जिकल स्ट्राइक की थी तब भी उन्होंने अपने गांव नहीं छोड़े थे।

हर सहायता के लिए तैयार पंजाब सरकार... 
उधर पाकिस्तान और भारत की सरहदों में बढ़ते हुए तनाव को देखते हुए पंजाब सरकार ने भी प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश जारी कर दिए है। पुलिस प्रशासन को राज्य के भीतर मुस्तैद रहने के लिए अलर्ट जारी कर दिया गया है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने एक उच्चस्तरीय बैठक के बाद राज्य के सरहदी इलाकों का तीन दिवसीय दौरा करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा है कि सरहद के लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है और न ही गांव खाली करने की आवश्यकता है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सरकार लोगों की हर संभव सहायता करने के लिए तैयार है।

POK के आतंकी कैंप पर भारतीय वायुसेना ने किया था हमला... 
पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद POK के आतंकी कैंप पर भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी की सुबह हवाई हमला किया था। वायुसेना की इस बड़ी कार्रवाई में करीब 300 आतंकवादी मारे जाने का अंदेशा है। इसमें जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर का बहनोई यूसुफ अजहर भी मारा गया है जो यह कैंप चला रहा था। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। भारतीय वायुसेना ने यह कार्रवाई 12 मिराज फाइटर जेट के जरिए की। गौरतलब है कि 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे, जिसकी जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। इसका घटनाक्रम के बाद दोनों देशों में तनाव बढ़ता जा रहा है।       
      


 

Suraj Thakur