Punjab by-polls: पंजाब की 4 सीटों पर लगभग 70 फीसदी मतदान

punjabkesari.in Monday, Oct 21, 2019 - 07:59 PM (IST)

चंडीगढ़ः पंजाब की चार विधानसभा सीटों पर आज हुए उपचुनाव में छिटपुट झड़प की घटनाओं के बीच लगभग 65 से 70 फीसदी के बीच मतदान हुआ। चुनाव कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार मुकेरियां ,जलालाबाद ,दाखा और दाखा विधानसभा सीट पर मतदान सुबह सात बजे शुरू होकर शाम छह बजे समाप्त हो गया। मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हुआ। प्राप्त जानकारी के अनुसार जलालाबाद तथा दाखा सीट पर कांग्रेस तथा अकाली दल के कार्यकर्ताओं के बीच झड़पें हुई। कुल मिलाकर चुनाव शांतिपूर्वक समाप्त हो गया। जलालाबाद में लगभग 78 फीसदी ,फगवाडा में 50 फीसदी ,दाखा 71 फीसदी और मुकेरियां में 57 फीसदी मतदान हुआ।

प्राप्त जानकारी के अनुसार हालांकि कहीं कहीं कांग्रेस तथा अकाली-भाजपा गठबंधन के कार्यकर्ताओं के बीच मामूली झड़प हुई जिससे पुलिस के दखल के बाद निपटा लिया गया। इस उपचुनाव में मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ कांग्रेस, अकाली -भाजपा गठबंधन के बीच है। आम आदमी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी भी चुनाव मैदान में है। इस उपचुनाव में कांग्रेस की प्रतिष्ठा दांव पर है जिसके लिये उसने पूरा जोर लगा दिया। वरिष्ठ अधिवक्ता एवं आम आदमी पार्टी के नेता एचएस फूलका ने पिछले विधानसभा चुनाव में दाखा सीट जीती थी लेकिन श्री फूलका के विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के कारण यह सीट रिक्त हो गयी जिस पर इस चुुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार एवं मुख्यमंंत्री के सलाहकार कैप्टन संदीप संधू का मुकाबला अकाली दल के पूर्व विधायक मनप्रीत अयाली से है। 

भाजपा नेता सोमप्रकाश के इस्तीफे के कारण रिक्त हुई फगवाडा सीट पर मुख्य मुकाबला भाजपा के राजेश बग्गा तथा कांर्ग्रेस के बलविंदर धालीवाल के बीच है। सोमप्रकाश के सांसद चुने जाने के बाद यह सीट खाली हुई। यह सीट सुरक्षित होने के कारण इस पर बसपा ने भी अपना प्रत्याशी खड़ा किया है लेकिन मुख्य टक्कर भाजपा तथा कांग्रेस के बीच है। मुकेरियां सीट कांग्रेस विधायक रजनीश कुमार बब्बी की मृत्यु के बाद रिक्त हुई। 

इस बार इस सीट पर कांग्रेस ने उनकी विधवा इंदू बाला को टिकट दिया तथा भाजपा ने जंगी लाल महाजन को मैदान में उतारा। इसी सीट से 2012 में चुनाव जीते भाजपा के पूर्व विधायक अरूण शाकर टिकट न मिलने से नाराज होकर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में हैं। चौथी सीट जलालाबाद है जहां से सुखबीर बादल विधायक थे लेकिन लोकसभा चुनाव जीतने के कारण यह सीट रिक्त हुई। अकाली दल के डा0 राज सिंह डिब्बीपुर तथा कांग्रेस के रमिंदर आंवला के बीच सीधी टक्कर है। आप ने भी मोहिंदर सिंह को उतारा है। चारों सीटों पर कुल सात लाख 60 हजार से अधिक मतदाता कुल 33 उम्मीदवारों के राजनीतिक भाग्य का फैसला करेंगे। मुख्य मुकाबला अकाली भाजपा गठबंधन के बीच है। नतीजे 24 अक्तूबर को आएंगे।


  

  
    
   
     

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