पंजाब कांग्रेस के बागी विधायकों ने शुरू किया बैठकों का सिलसिला, पार्टी हुई गंभीर

punjabkesari.in Tuesday, May 01, 2018 - 11:44 AM (IST)

लुधियाना (विशेष): पंजाब कांग्रेस में बगावत का लावा उबलने लगा है। अब यह बात भी साफ हुई है कि 29 अप्रैल को दिल्ली में हुई राहुल गांधी की जन आक्रोश रैली में पंजाब से कांग्रेस के महज 34 विधायक ही शामिल हुए थे। दूसरे शब्दों में रैली से 43 विधायक गैर हाजिर थे। 


पंजाब मंत्रिमंडल विस्तार के बाद नाराज विधायकों की 3 मीटिंगें चंडीगढ़, मोगा और जालंधर में हो चुकी हैं। आज भी चंडीगढ़ में कुछ विधायकों की मीटिंग हुई जबकि दिल्ली में भी विधायकों की एक मीटिंग कल होने जा रही है। जानकारी के अनुसार पार्टी ने विधायकों के इस कदम को गम्भीरता से लिया है। विधायकों की नाराजगी थी कि न तो मुख्यमंत्री खुद मिलते हैं और न ही उनके सिपहसालार उनका फोन उठाते हैं। कांग्रेसी विधायकों का आरोप था कि अधिकारियों को सरकार चलाने की आऊट सोर्सिंग कर दी गई है।


खास बात यह भी है कि मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद नाराज विधायकों की 3 बैठकें हो चुकी हैं परन्तु अभी तक ये मीटिंगें असंगठित रूप से छोटे-छोटे विधायक गुटों में हो रही हैं। परन्तु शीघ्र ही नाराज विधायकों की संगठित मीटिंग होने की सूचना है। विधायक अब पार्टी हाईकमान को अपनी बात सीधे ही कहने के इरादे में हैं कि पंजाब सरकार में परचंड बहुमत में होने के बावजूद पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं है।


कांग्रेस ने इस बात को गम्भीरता से लिया है। पंजाब कांग्रेस ने पार्टी के सभी विधायकों को रैली में शामिल होने के लिए कहा था और 1000 बसों की व्यवस्था की थी परन्तु महज 4000 कार्यकत्र्ता ही रैली में शामिल हो सके, जबकि पंजाब कांग्रेस का दावा था कि राज्य से 50-55 हजार कार्यकत्र्ता रैली में शामिल होंगे। दिलचस्प बात यह भी है कि आज चंडीगढ़ में हुई विधायकों की बैठक में कुछ विधायकों ने अकाली नेताओं के साथ कुछ कांग्रेस के मंत्रियों के व्यापार के प्रमाण भी रखे जो पार्टी हाईकमान को भेजे जाएंगे। इसमें फिरोजपुर और होशियारपुर जिलों से मंत्रियों के नाम हैं। ऐसे संकेत मिले हैं कि 2 सप्ताह तक नाराज विधायक अपनी नई और संगठित रणनीति शुरू करने की तैयारी में हैं।

Sonia Goswami