पंजाब की फ्लोर मिल इंडस्ट्री FCI की नीतियों से परेशान, महंगी पड़ रही गेहूं

punjabkesari.in Sunday, Feb 27, 2022 - 03:40 PM (IST)

लुधियाना: फूड निगम ऑफ इंडिया (एफ.सी.आई.) की नीतियों के कारण राज्य की रोलर फ्लोर मिल इंडस्ट्री को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। राज्य में सिर्फ तीन सैंटरों मुक्तसर साहिब, मुनक और सरदूलगढ़ के गोदाम से ही फ्लोर मिल इंडस्ट्री को गेहूं की स्पलाई की जा रही है। मिल मालिकों को 100 रुपए प्रति क्विंटल तक माल भत्ता ज्यादा देना पड़ रहा है, इस कारण गेहूं महंगी पड़ रही है।

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मिल मालिकों ने तर्क दिया है कि यह राज्य की इंडस्ट्री के साथ अन्याय है। इस संबंधी पंजाब रोलर फ्लोर मिल एसोसिएशन ने बाकायदा एफ.सी.आई. के उच्च अधिकारियों और केंद्रीय फूड और स्पलाई मंत्रालय को पत्र लिख कर नाराजगी जताई है। गौरतलब है कि राज्य में 70 से ज्यादा रोलर फ्लोर मील हैं। इनमें गेहूं से आटा, मैदा, सूजी आदि तैयार किए जा रहे हैं।

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इंडस्ट्री का सालाना उपभोग 10 से 12 लाख टन गेहूं की है। इसमें से करीब 5 लाख टन गेहूं की खरीद मिल मालिक गेहूं मंडियों में आते समय ही कर लेते हैं। इसके बाद की जरूरतें पुरी करने के लिए सालाना करीब 7 लाख टन गेहूं की खरीद एफ.सी.आई. के गोदाम से समय-समय पर की जाती है। 

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News Editor

Kalash

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