सरकार ने World के सबसे बड़े किचन का लौटाया GST का 1.96 करोड़ रुपया

punjabkesari.in Wednesday, Sep 25, 2019 - 09:28 AM (IST)

चंडीगढ़(अश्वनी): मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के नेतृत्व में पंजाब सरकार ने लंगर पर लगते जी.एस.टी. का भुगतान करने के लिए सारी अपेक्षित प्रक्रिया मुकम्मल करने के बाद शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी के खाते में 1,96,57,190 रुपए तबदील कर दिए हैं, जिससे श्री दरबार साहिब अमृतसर के समूचे बकाए का निपटारा हो गया है।

पंजाब के विशेष मुख्य सचिव राजस्व के.बी.एस. सिद्धू ने बताया कि इससे एस.जी.पी.सी. द्वारा राज्य की कोई भी देनदारी बाकी नहीं रह गई। बाकी दो धार्मिक स्थानों जिनमें श्री वाल्मीकि स्थल राम तीर्थ व एक अन्य मंदिर से सरकार ने अभी तक कोई भी दावा हासिल नहीं किया।

 जी.एस.टी. बिलों के बकाया भुगतान के लिए राशि के किए आबंटन के मुताबिक श्री दरबार साहिब के लिए 3.5 करोड़ रुपए रखे गए थे, जबकि एक मंदिर के लिए 35 हजार रुपए और बाकी रहती रकम वाल्मीकि स्थल राम तीर्थ के लिए रखी गई है।

 स्वर्ण मंदिर को दुनिया के सबसे बड़े सामुदायिक रसोईघर के रूप में जाना जाता है, जहां 50,000 से अधिक श्रद्धालुओं को सामान्य दिनों में तथा 1,00,000 से अधिक श्रद्धालुओं को सप्ताहांत और त्योहारों के मौकों पर ताजा खाना खिलाया जाता है। इन सामुदायिक रसोई घरों के लिए खरीदी जानेवाली ज्यादातर वस्तुएं नए जीएसटी के विभिन्न करों की दरों के अंतर्गत आती हैं। सिख धर्म की लघु-संसद शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के कई गुरुद्वारों में सामुदायिक रसोईघर चलाती है, जिसमें अमृतसर का हरमंदिर साहिब (स्वर्ण मंदिर) भी शामिल है।

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