अब क्लास में जाकर पढ़ाएंगे प्रिंसीपल और हैडमास्टर

punjabkesari.in Wednesday, Aug 22, 2018 - 01:10 PM (IST)

अमृतसरःसरकारी स्कूलों में खाली पद भरने के लिए पंजाब शिक्षा विभाग रेशनलाइजेशन तैयार कर रहा है। पॉलिसी को लागू करने के लिए चंडीगढ़ में वर्कशाप भी हो चुकी है। रेशनलाइजेशन के अंतर्गत अब प्रिंसीपल सप्ताह में 6 और हेडमास्टर 15 पीरियड जरूर लेगा और विषय उसका अपना होगा, जिससे वह प्रमोट होकर आया है।

लेक्चरर से बोझ कम करके पीरियड की गिनती 27 से 30 के बीच रखी गई है, जो पहले 30 से 33 हुआ करती थी।  हिदायत दी गई है कि लेक्चरर के पीरियड अगर पूरे नहीं होते तो वह 9वीं और 10वीं में बचे पीरियड लेगा। वहीं, मास्टर व मिस्ट्रेस के लिए सप्ताह में 30 से 33 पीरियड, कंप्यूटर फैकल्टी व सीएंडवी कैडर के लिए 33 से 36 पीरियड लेने जरूरी होंगे। पीरियड बांटने के बाद अगर स्कूल में कोई अतिरिक्त पोस्ट बचती है,तो उसे सरप्लस श्रेणी में डाल दिया जाएगा। 

6वीं से 8वीं तक पीरियड पूरे न होने पर 9वीं-10वीं में कक्षाएं लेनी होंगी।  रेशनलाइजेशन के अंतर्गत हर कक्षा के कितने सेक्शन बनेंगे, इसके लिए भी गिनती निर्धारित की गई है। 6वीं से 8वीं तक हर कक्षा में 35, 9वीं और 10वीं तक 40 और 11वीं और 12वीं में 45 स्टूडेंट्स ही होंगे। इतना ही नहीं 11वीं व 12वीं में किसी भी विषय को शुरू रखने के लिए हर कक्षा में स्टूडेंट्स की गिनती कम से कम दस निर्धारित हुई है।

अगर किसी स्कूल में 11वीं व 12वीं में किसी विषय में दस से कम स्टूडेंट्स हैं व 11वीं-12वीं कक्षाओं में गिनती का जोड़ 20 बनता है तो यह विषय चालू रहेगा, लेकिन यह शर्त अंग्रेजी, पंजाबी, बायोलॉजी और गणित विषयों पर लागू नहीं होती। शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों के स्टूडेंट्स को नैतिक शिक्षा देने की भी तैयारी कर रही है। इसकी जिम्मेदारी लाइब्रेरियन को सौंपी जाएगी। स्कूल लाइब्रेरियन एक क्लास नैतिक शिक्षा की पढ़ाएंगे। अगर लाइब्रेरियन की पोस्ट नहीं है तो यह पीरियड किसी अन्य को दिया जा सकेगा। 

swetha