पंजाब के पास किसी और के साथ सांझा करने के लिए फालतू पानी नहीं: जाखड़

punjabkesari.in Wednesday, Jul 29, 2020 - 02:11 PM (IST)

चंडीगढ़(अश्वनी): पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान सुनील जाखड़ ने कहा कि पंजाब की पहली जिम्मेदारी अपने लोगों खास कर किसानों के प्रति है और बदकिस्मती से पंजाब अपने सीमित जल संसाधनों को अन्य राज्यों के साथ सांझा करने की स्थिति में नहीं है। सतलुज यमुना ङ्क्षलक नहर (एस.वाई.एल.) केस में सुप्रीम कोर्ट के ताजा आदेशों पर भाजपा की हरियाणा इकाई के प्रमुख ओ.पी. धनखड़ के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए जाखड़ ने कहा कि राजनीतिक इच्छाशक्ति पंजाब के लोगों के हितों को दरकिनार नहीं कर सकती। कै. अमरेंद्र सिंह के नेतृत्व वाली सरकार ने कभी भी अपनी मानवतावादी जिम्मेदारी से किनारा नहीं किया परंतु राज्य में पेश जल संकट इसको किसी अन्य राज्य के साथ जल संसाधन सांझा करने से रोकता है।

जाखड़ ने कहा कि रिपेरियन सिद्धांत के मुताबिक पंजाब और यहां के किसानों का राज्य में बहते दरियाई पानी पर पहला अधिकार है। रिपेरियन सिद्धांत का कोई भी उल्लंघन न सिर्फ कानून के विरुद्ध होगा, बल्कि पंजाब के लोगों के साथ भी बेइंसाफी होगी। कै. अमरेंद्र सिंह की तरफ से बार-बार ब्यास और रावी दरियाओं में मौजूद पंजाब के पानी का फिर से जायजा करवाने की मांग किए जाने का जिक्र करते हुए सुनील जाखड़ ने कहा कि ऐसे पुन: मूल्यांकन से सारी जमीनी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी और इससे पंजाब के एस.वाई.एल. के मुद्दे पर स्टैंड की भी हिमायत हो जाएगी। हालांकि पंजाब सरकार को इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के आदेशों पर बातचीत के द्वारा हल निकालने पर कोई ऐतराज नहीं। कोई भी विचार-विमर्श जमीनी स्थिति को ध्यान में रख कर किया जाए। 

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