घातक हथियारों का गढ़ बन रहा पंजाब, पकड़े आतंकियों ने किया था खुलासा

punjabkesari.in Friday, Jun 03, 2022 - 10:01 AM (IST)

चंडीगढ़(अश्वनी कुमार): रॉकेट प्रोपैल्ड ग्रेनेड (आर.पी.जी.) लॉन्चर से लेकर ए.एन.-94 असॉल्ट राइफल तक। पंजाब में ऐसे घातक हथियारों की एंट्री ने पंजाब से लेकर केंद्र तक की सुरक्षा एजैंसियों के कान खड़े कर दिए हैं।वैसे तो कुछ साल में गाहे-बगाहे हथियारों की खेप मिलती रही है लेकिन मोहाली में इंटैलीजैंस विंग के हैडक्वार्टर पर रॉकेट प्रोपैल्ड ग्रेनेड लॉन्चर से हमला और उसके बाद प्रख्यात पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में ए.एन.-94 असॉल्ट राइफल के इस्तेमाल ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। ये दोनों घातक हथियार पंजाब में पहली बार इस्तेमाल हुए हैं, जिसके चलते एक बड़ा सवाल यह है कि क्या पंजाब घातक हथियारों के गढ़ के तौर पर उभर रहा है।

करनाल से पकड़े गए 4 आतंकवादियों ने किया था हथियारों की डिलीवरी का खुलासा
यह सवाल इसलिए भी अहम है क्योंकि पिछले दो-तीन साल में पाकिस्तान से आने वाले ड्रोन से हथियारों की खेप गिराने के मामलों में काफी तेजी आई है। माना जा रहा है कि ये घातक हथियार पंजाब से देश के विभिन्न हिस्सों में पहुंचा रहे हैं। बीते दिनों करनाल में पकड़े गए 4 आतंकवादियों का खुलासा इस लिहाज से काफी अहम है। इन आतंकवादियों ने कबूला है कि वे पंजाब से हथियारों की खेप को देश के विभिन्न हिस्सों में पहुंचाते हैं। उन्होंने पंजाब से हथियारों की एक खेप को महाराष्ट्र के नांदेड़ में डिलीवर किया था जबकि दूसरी खेप तेलंगाना पहुंचाने की फिराक में थे लेकिन पकड़े गए। इन आतंकियों ने बताया था कि उन्हें पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए विस्फोटक सामग्री मिली, जिसकी डिलीवरी के लिए एप के जरिए लोकेशन भेजी गई थी। पाकिस्तान से ड्रोन के माध्यम से फिरोजपुर जिले के खेतों में आई विस्फोटक सामग्री को तेलंगाना के आदिलाबाद पहुंचाया जाना था। आतंकियों के मुताबिक विस्फोटक की पहली खेप भी पाकिस्तान से फिरोजपुर के खेतों में ड्रोन के माध्यम से आई थी। 2021 के मध्य में सुरक्षा एजैंसियों के उस समय हाथ-पांव फूल गए, जब टिफिन बम, आर.डी.एक्स, डैटोनेटर, मल्टीपर्पज इलैक्ट्रोनिक टाइमर, फ्यूज वायर जैसा संवेदनशील मैटीरियल बरामद हुआ। 9 जुलाई को तरनतारन में सुरक्षा बलों ने & किलो आर.डी.एक्स और डैटोनेर बरामद किया। 10 जुलाई को मल्टीपर्पज इलैक्ट्रॉनिक टाइमर, 1& जुलाई को 2 किलो आर.डी.एक्स, 16 जुलाई को 1 किलो आर.डी.एक्स और फ्यूज वायर, 4 डैटोनेटर बरामद हुए।


2022 में अब तक 45 ड्रोन दिख चुके
2022 में अब तक 45 से ज्यादा बार ड्रोन दिख चुके हैं, जिसमें दर्जनभर ड्रोन को ही बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स गिरा पाई है। 2021 में  67 बार ड्रोन दिखने की पुष्टि हुई है। आमतौर पर पाकिस्तान की तरफ से आने वाले यह ड्रोन अपने साथ ड्रग्स व हथियारों की खेप लेकर आ रहे हैं। माना जा रहा है कि इन्हीं ड्रोन से हथियारों की खेप पंजाब भेजी जा रही है। बेशक बी.एस.एफ. काफी हद तक इन ड्रोन से गिराई जाने वाली सामग्री पकड़ लेती है लेकिन कुछ मामलों में घातक हथियार व ड्रग्स पकड़ में नहीं आ पाते और यही गैंगस्टर व आतंकवादियों तक पहुंच जाते हैं, जिसकी वजह से पंजाब घातक हथियारों के नए गढ़ के तौर पर उभर रहा है।

2021 में बॉर्डर पार 25-30 कि.मी. तक ड्रोन पहुंचा
2021 में पहली बार बॉर्डर पार करीब 25-30 किलोमीटर तक ड्रोन के भारत में प्रवेश करने की बात सामने आई। इससे पहले माना जा रहा था कि ड्रोन का दायरा 3-4 किलोमीटर से 17-18 किलोमीटर तक है। इसी खतरे को भांपते हुए केंद्र सरकार ने बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के 15 किलोमीटर दायरे को बढ़ाने का फैसला लिया। यह अलग बात है कि 25-30 किलोमीटर ड्रोन की दस्तक ने सुरक्षा एजैंसियों को एंटी ड्रोन तकनीक पर संजीदगी से सोचने पर मजबूर कर दिया। सुरक्षा एजैंसियों की तरफ से ड्रोन की दूरी को लेकर जारी किए गए आंकड़ों में पाया गया कि पाकिस्तान से आने वाले चाइनीज ड्रोन की बोझ उठाने की क्षमता भी अधिक है। यह हथियारों की बड़ी खेप लेकर लंबी दूर तक बॉर्डर पार करके आ सकते हैं। 12 जून 2021 को एक ऐसे ही ड्रोन ने दो हैंड ग्रेनेड और दो पिस्टल गिराए, जो बॉर्डर पार पंजाब के क्षेत्र में 9 किलोमीटर अंदर थे। 


2019 से ड्रोन की दस्तक, हथियारों की खेप पहुंची
2019 में जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश घोषित किए जाने के बाद से पंजाब में अगस्त 2019 के दौरान पहली बार ड्रोन के जरिए हथियारों की खेप ने दस्तक दी। पाकिस्तान में बैठे खालिस्तानी व जेहादी ग्रुप ने आधुनिक हथियारों से लेकर गोला-बारूद की खेप को भारत में पहुंचाया। 13 अगस्त 2019 अमृतसर बॉर्डर पर एक चाइना मेड एम.पी.-9 सब मशीन गन, एक ए.के.-47, एक .30 बोर पिस्टल के अलावा गोला-बारूद ड्रोन के जरिए भेजा गया, जो पकड़ा गया। 22 सितंबर 2019 5 ए.के.-47 राइफल्स, .30 बोर की मेड इन चाइना वाली 4 पिस्टल, 9 ग्रेनेड पकड़े गए।3 सितंबर 2019 रूस में निर्मित 72 गोलियों वाली ड्रम मैगजीन से लैस .30 बोर राइफल बरामद की गई। 30 सितंबर 2019 बॉर्डर पार से ड्रोन के जरिए गिराई गई 2 चाइनीज पिस्टल और 64 जिंदा गोलियां बरामद की गईं।

2020 में पहली बार चाइनीज ड्रोन रिकवर किए गए
3 जनवरी 2020 ड्रोन के जरिए भेजे गए चीन में निर्मित .30 बोर के 2 पिस्टल, 28 मैगजीन पकड़े गए।4 जनवरी 2020 अमृतसर जिले में बॉर्डर पर 12 ग्रेनेड की खेप पकड़ी गई। 9 जनवरी 2020 बॉर्डर पर पंजाब के क्षेत्र में पुलिस ने दो चाइनीज ड्रोन रिकवर किए, 2 वॉकी-टॉकी बरामद किए।

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Content Writer

Vatika

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