पंजाब घर-घर दूध के लिए मशहूर, घर-घर शराब के लिए नहीं - बाजवा

punjabkesari.in Monday, May 11, 2020 - 12:35 PM (IST)

चंडीगढ़ (अश्वनी): शराब की होम डिलीवरी को ले कर पंजाब में विरोध के सुर तीखे होते जा रहे हैं। मंत्रियों और उन के परिवारिक सदस्यों की तरफ से विरोध जताने के बाद अब सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने भी सीधे तौर पर सरकार ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया है। बाजवा ने पंजाब के ऐतिहासिक सूरमों का हवाला देते हुए कहा कि खेती प्रधान पंजाब घर -घर दूध पहुँचाने के लिए प्रसिद्ध है परन्तु पिछली सरकार ने पंजाब को गुमराह किया और घर -घर नशा पहुँचाया। बाजवा ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह को विनती करते हुए कहा कि वह अपने कैबिनेट साथियों उन के परिवारिक सदस्यों और माँ दिवस पर राज्यों की सभी माताओं   आवाज़ सुने और जल्द से जल्द शराब की होम डिलीवरी के फ़ैसले को वापिस ले।

तस्करी बढ़ने का खतरा 
उधर, रविवार को एक बार फिर कैबिनेट मंत्री तृप्त रजिन्दर सिंह बाजवा ने भी शराब की होम डिलीवरी पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि वह अपनी बात पर कायम हैं और शराब की होम डिलीवरी को कभी भी ठीक नहीं मानते। इस संबंध में उन शराब की नीति में बदलाव पर बैठक में भी विरोध किया था। उन्होंने कहा कि वह सोमवार को प्रस्तावित कैबिनेट बैठक में भी वह मुख्यमंत्री के सामने अपनी बात को रखेंगे। मुख्यमंत्री को बताया जायेगा कि होम डिलीवरी के साथ न सिर्फ़ शराब की तस्करी का ख़तरा बढ़ेगा बल्कि जनता में भी ठीक संदेश नहीं जायेगा। 

पहले भी ये लोग कर चुके है विरोध 
इस से पहले कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु की पत्नी ममता आशु और विधायक राजा वड़िंग की पत्नी अंमृता वड़िंग भी शराब की होम डिलीवरी पर सवाल उठा चुकी हैं। शराब की नीति में बदलाव को ले कर बुलाना गई  कैबिनेट बैठक में भी होम डिलीवरी को ले कर कई मंत्रियों ने ऐतराज़ किये थे। इस के चलते कुछ मंत्रियों और आबकारी विभाग के आधिकारियों में तनातनी के हालात भी पैदा हो गए थे, जिस के चलते इस बैठक को अचानक बंद तक करना पड़ा। अब यह बैठक 11 मई को बुलाना गई है। माना जा रहा है कि इस बैठक में भी शराब की होम डिलीवरी पर घमासान होने की संभावना हैं।

Edited By

Tania pathak