पंजाब में मेडिकल ऑक्सीजन की कमी, दूसरे राज्यों को सप्लाई रोकी

punjabkesari.in Sunday, Sep 13, 2020 - 09:56 AM (IST)

जालंधर(विशेष): पंजाब के कुछ शहरों में मेडिकल ऑक्सीजन की कमी आ गई है। जालंधर में इसके प्राइवेट अस्पतालों में ब्लैक में सप्लाई होने की भी सूचना है। इसके चलते पंजाब सरकार ने ऑक्सीजन बनाने वाली फर्मों को दूसरे राज्यों को ऑक्सीजन की सप्लाई देने से पहले अपने राज्य की डिमांड पूरी करने को कहा है। सरकार ने यह कदम आगामी दिनों में डिमांड बढ़ने के मद्देनजर उठाया है।

राज्य में वर्तमान में 10 फर्में ऑक्सीजन बनाती और सप्लाई करती हैं। इसके अलावा मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पंजाब हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और उत्तराखंड से सप्लाई ले रहा है और राज्य में 100 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की डिमांड है। फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफ.डी.ए.) पंजाब ने ऑक्सीजन बनाने वाली फर्मों को पत्र जारी कर कहा है कि दूसरे राज्यों को ऑक्सीजन सप्लाई देने से पहले अपने गृह राज्य में डिमांड पूरी करें। साथ में दूसरे राज्यों को ऑक्सीजन सप्लाई से पहले जोनल लाइसैंसिंग अथॉरिटी से परमिशन लेने के आदेश दिए गए हैं। इसके अलावा इन फर्मों को ये भी आदेश दिए गए हैं कि केंद्र सरकार और नैशनल फार्मास्यूटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी द्वारा निर्धारित रेट पर ही ऑक्सीजन सप्लाई की जाए। अब इन कंपनियों को रोजाना ऑक्सीजन उत्पादन करने सहित सप्लाई का रिकार्ड भी सरकार के पास सबमिट करवाना होगा।

राज्य में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं: सिद्धू
ऑक्सीजन की कमी के मामले पर बात करने पर स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि राज्य में मेडिकल ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। ऑक्सीजन उत्पादन के लिए विस्तृत प्रबंध किए गए हैं। सरकार ने 5 ऑक्सीजन सप्लायर को मेडिकल ऑक्सीजन रीपैकिंग लाइसैंस जारी किए हैं। इसके साथ ही लुधियाना की एक इंडस्ट्री को मेडिकल ऑक्सीजन के उत्पादन के लिए लाइसैंस जारी किया है। 

‘मेडिकल ऑक्सीजन की आवाजाही पर कोई प्रतिबंध न लगाया जाए’
कुछ राज्यों में ऑक्सीजन सप्लायर और निर्माताओं को केवल राज्य के अस्पताल में ऑक्सीजन आपूर्ति करने के लिए बाध्य किए जाने का मामला संज्ञान में आने के बाद स्वास्थ्य सचिव ने आज राज्यों और संघ शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर राज्यों को बिना रुकावट के ऑक्सीजन सप्लाई सुनिश्चित करने को कहा है क्योंकि यह कोरोना संक्रमित मॉड्रेट और गंभीर मरीजों के लिए काफी महत्वपूर्ण है। वहीं गंभीर कोरोना मरीजों के क्लीनिकल मैनेजमैंट के लिए अस्पतालों में ऑक्सीजन जरूरी है। राज्यों को यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि मेडिकल ऑक्सीजन की आवाजाही पर कोई प्रतिबंध न लगाया जाए। यह सुनिश्चित करना प्रत्येक राज्य की जिम्मेदारी है कि प्रत्येक अस्पताल में भर्ती कोविड रोगी को ऑक्सीजन मिले।


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Sunita sarangal

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