क्राइम रेट में सबसे आगे पंजाब, तोड़ा पांच सालों का रिकार्ड

punjabkesari.in Sunday, Mar 15, 2020 - 03:12 PM (IST)

खन्ना(विपन): पंजाब में दिन-प्रतिदिन क्राइम रेट बढ़ता ही जा रहा है, जिस पर काबू पाने में पंजाब पुलिस पूरी तरह से नाकाम रही है। अगर पिछले पांच सालों पर नजर डाली जाए तो कत्ल, लूट, चोरीयों और अन्य वारदातों में काफी बढ़ौतरी हुई है। 

मिली जानकारी के अनुसार आर.टी.आई. एक्टिविस्ट रोहित सभ्रवाल ने लोक सूचना अधिकारी, सहायक इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस क्राइम पंजाब चंडीगढ़ को पत्र लिखकर साल 2015, 2016, 2017, 2018 और 2019 में हुई लूट, कत्ल, स्नैचिंग, पुलिस की कस्टिडी में हुई मौतों के बारे में जानकारी मांगी थी। उन्हें मिली पिछले पांच सालों की जानकारी इस प्रकार है-

स्नैचिंग का 2015 के इलावा पिछले पांच सालों का रिकार्ड
रोहित सभ्रवाल ने बताया कि काफी जद्दोजहद करने के बाद उन्हें यह रिकार्ड हासिल हुआ। इस रिकार्ड के अनुसार लोक सूचना अधिकारी, सहायक इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस क्राइम पंजाब चंडीगढ़ ने लिखित जानकारी देते हुए बताया कि स्नैचिंग के मामलों में 2015 का रिकार्ड नहीं मिल पाया। साल 2016 में 2039 स्नैचिंग की वारदातें हुईं और 1078 केस ट्रेस किए गए। साल 2017 में 2473 केस हुए जिनमें से 1444 केस सुलझा लिए गए। इसके इलावा साल 2018 में 2512 वारदातें हुईं और 1362 मामले हल कर लिए गए। इसी तरह साल 2019 में 2445 केस दर्ज किए गए जिनमें से 1415 मामले हल कर लिए गए।

कत्ल के केसों का पिछले पांच सालों का रिकार्ड
पूरे पंजाब में कत्ल संबंधी मांगी गई जानकारी के अनुसार साल 2015 में 701 कत्ल हुए और 636 केस सुलझा लिए गए। साल 2016 में 771 केस दर्ज हुए जिनमें से 639 मामले हल कर लिए गए। साल 2017 में 658 केस हुए और 587 सुलझा लिए गए। साल 2018 में 684 कत्ल हुए और 595 हल कर लिए गए। साल 2019 में 677 केस दर्ज हुए जिनमें से 592 सुलझा लिए गए। 

लुटपाट की वारदातों का पिछले पांच सालों का रिकार्ड
पूरे पंजाब में साल 2015 में 165 लूटपाट के केस रजिस्टर्ड हुए और 114 हल कर लिए गए। साल 2016 में 190 केस हुए जिनमें से 125 हल कर लिए गए। साल 2017 में 147 मामले दर्ज हुए और 110 मामले हल कर लिए गए। साल 2018 में 177 वारदातें हुईं और 120 केस पुलिस ने सुलझा लिए। इसी तरह साल 2019 में 116 केस हुए और 74 मामले पुलिस ने हल कर दिए। 

इसके इलावा पूरे पंजाब में पुलिस की कस्टिडी में हुई मौतों की जानकारी के अनुसार साल 2015 में 3, 2016 में 4, 2017 में 4, साल 2018 में 2 और साल 2019 में 2 मामले आए।

इस अवसर पर रोहित सभ्रवाल ने पत्रकार से बातचीत करते हुए बताया कि 18 अप्रैल 2019 को लोक सूचना अधिकारी, सहायक इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस क्राइम पंजाब चंडीगढ़ से पूरे पंजाब में हुए कत्ल, लूट, पुलिस की कस्टिडी में हुई मौतों के बारे में जानकारी लेने के लिए पत्र दिया था। उस समय उन्होंने इन्कार करते हुए कहा था कि उनके पास पूरे पंजाब की जानकारी नहीं होती। फिर 25-6-2019 को अपील अथॉरिटी के पास अपील की थी, जिसके बाद 26-7-19 को दूसरी अपील दायर की, और केस इनफार्मेशन कमीशन पंजाब के पास चला गया। जिसमें उन्होंने सबूत पेश किए कि पूरे जिलों, हैड क्वार्टरों में से जो क्राइम रिपोर्ट आई.जी. लॉ एंड आर्डर, आई.जी.पी. क्राइम और इंचार्ज कंट्रोल रूम पंजाब चंडीगढ़ को भेजी जाती सूचना हैडक्वार्टर चंडीगढ़ में उपलब्ध होती है। यह सूचना विभाग द्वारा प्रैस को दी जाती है, इस आधार पर कमीशन ने पुलिस विभाग को आदेश दिए, जिसके बाद यह सूचना उन्हें लगभग एक साल के बाद अपने वकीलों की मदद से मिली।

Edited By

Sunita sarangal