पंजाब मंत्रालय की बैठक में कैप्टन सरकार ने इन 4 बड़े फैसलों पर लगाई मुहर
punjabkesari.in Wednesday, Jul 22, 2020 - 05:58 PM (IST)
चंडीगढ़: बुधवार को हुई पंजाब मंत्रालय की मीटिंग में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने की बड़े फैसले लिए है। इस मीटिंग दौरान अहम मुद्दों पर विचार-विमर्श भी किया गया। पंजाब मंत्रिमंडल ने बैठक विश्व बैंक के वित्तपोषण के तहत अमृतसर और लुधियाना शहरों के लिए नहर आधारित पानी की आपूर्ति के लिए 285.71 मिलियन अमेरिकी डॉलर की परियोजना को मंजूरी दी। मीटिंग में लुधियाना और अमृतसर नहरों के पानी को लोगों के इस्तेमाल के लिए स्पलाई व्यवस्था को मंज़ूरी दे दी गई, जिस में वर्ल्ड बैंक, आई. बी. आर. डी. मदद करेगा। इस प्रोजेक्ट के लिए वर्ल्ड बैंक 70 प्रतिशत, जबकि पंजाब सरकार अपना 30 प्रतिशत योगदान डालेगी।
पानी को रिट्रीट कर इस्तेमाल करने योग्य बनाने के लिए दो प्रोजेक्ट भी लगाए जाएंगे। इसके अलावा मोहाली में गमाडा में लैंड पुल्लिंग पालिसी को मंज़ूरी दे दी गई है। अगर कोई इस पॉलिसी के तहत अपनी जगह देता है तो उसके बदले में उस जगह के मालिक को एक एकड़ जगह के पीछे 100 स्क्वेयर यार्ड रेसिडेंशियल प्लाट और 200 स्केयर यार्ड कमर्शियल प्लॉट दिया जाएगा।अगर वह किसी तरह की राशि नही लेते। इसके अलावा मीटिंग में 305 वार्डनों की सीधी नियुक्ति की जायेगी और सभी नियुक्तियों को 4 महीनों में भर दिया जायेगा।
कोरोना महामारी से लड़ाई के बीच कैबिनेट ने ये भी फैसला किया है कि पंजाब सरकार 7 ऑटोमेटिक RNA मशीन खरीदेगी जोकि लैब के बीच टेस्टिंग करेगी।जिसमे से 3 मेडिकल कॉलेज पटियाला,अमृतसर और फरीदकोट में भेजी जाएगी और बची 4 मशीने मोहाली,लुधियाना,जालंधर में लगेगी। सरकार का ये कदम पंजाब में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लिया गया है। राज्य के मेडिकल शिक्षा और खोज विभाग की तरफ से मार्च -2020 में ही सरकारी मैडीकल कालेज पटियाला और अमृतसर में दो वायरल टेस्टिंग लैबज़ स्थापित की गई थीं। उसके बाद अप्रैल -2020 में तीसरी वायरल टेस्टिंग लैब गुरू गोबिन्द सिंह मेडिकल कालेज, फरीदकोट में स्थापित की गई। कोविड -19 संबंधी जांच में टेस्टिंग सामर्थ्य 40 टैस्ट प्रति लैब प्रति दिन था। बाद में जब विभाग ने नयी मशीनों स्थापित की तो यह टेस्टिंग सामर्थ्य प्रति दिन 400 तक पहुँच गई। लिहाज़ा अब इस फैसले से टेस्टिंग प्रक्रिया में ओर तेज़ी आएगी।