सहकारिता मंत्री ने उठाए अकाल तख्त के हैड ग्रंथी पर सवाल

punjabkesari.in Friday, Aug 24, 2018 - 09:57 AM (IST)

गुरदासपुर (हरमनप्रीत): गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और गोलीकांड संबंधी जस्टिस रणजीत सिंह की रिपोर्ट में सामने आए तथ्यों के चलते आज पंजाब के जेल तथा सहकारिता मंत्री सुखजिन्द्र सिंह रंधावा ने अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह को पत्र लिख कर कई अहम सवालों के जवाब मांगे हैं। 


इस पत्र के द्वारा रंधावा ने सिंह साहिब से कहा है कि अकाल तख्त दुनिया के सब ताजों की अपेक्षा सर्वोपरि है। यहां से न सिर्फ इतिहास बदले गए हैं बल्कि यहां घटे घटनाक्रम इतिहास में दर्ज भी होते रहे हैं, परन्तु अब जब सिख जगत दुविधा और अविश्वास वाले दौर में से गुजर रहा है तो वह एक सिख होने के नाते यह इच्छा रखते हैं कि उनके समय दौरान हुए फैसलों के ऐतिहासिक दृष्टांत उन्हें आने वाली पीढिय़ों की नजरों में अपराधी न ठहराएं।  रंधावा ने ऐसे दृष्टांत देने के अलावा सिंह साहिब को ज्ञानी गुरमुख सिंह के बयान वाली एक वीडियो क्लिप भेज कर यह सवाल भी पूछा है कि सिख संगत यह जानना चाहती है कि कुछ समय पहले महान तख्त साहिबान की मर्यादा और महानता को तार-तार करने वाले ज्ञानी गुरमुख सिंह को रातों-रात अकाल तख्त का हैड ग्रंथी बनाने के पीछे कौन-सी मजबूरी थी?

उन्होंने सिंह साहिब से अपील की कि यदि वह इन सवालों का जवाब देने की बजाय चुप रहे तो श्री अकाल तख्त साहिब जी के महान सिद्धांतों और आदर्शों का राजनीतिकरण होने के लग रहे आरोप और पुख्ता हो जाएंगे। ‘पंजाब केसरी’ से बातचीत करते हुए रंधावा ने कहा कि इससे बड़ी बदकिस्मती और क्या हो सकती है हमारे गुरु साहिब की बेअदबी करने वाले असली आरोपियों का खुलासा करने वाली रिपोर्ट का स्वागत करने की बजाय हमारे तथाकथित नेता इसका विरोध कर रहे हैं। शिरोमणि अकाली दल का नाम लेकर उन्होंने कहा कि इस पार्टी के नेताओं को इस रिपोर्ट का स्वागत करना चाहिए था परन्तु जिस प्रकार से इस पार्टी द्वारा लोगों के मन में इस संबंध में संदेह पैदा करने की कोशिश की जा रही है, वह निंदनीय है। उन्होंने कहा कि वह विधानसभा में यह रिपोर्ट सारी सच्चाई व तथ्यों सहित सामने लाएंगे।

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