पंजाब एक बार फिर ‘लावारिस मोड’ पर
punjabkesari.in Friday, Oct 08, 2021 - 09:34 AM (IST)
लुधियाना: पंजाब की बागडोर संभाले अभी चरनजीत सिंह चन्नी को लगभग 15 दिन हुए हैं। सत्ता संभालने के बाद से चन्नी द्वारा लगातार कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जा रहे थे। इससे पंजाब के लोगों को लग रहा था की एक बड़ी तबदीली होगी परन्तु लखीमपुर खीरी अध्याय ने कांग्रेस के ध्यान में से पंजाब का नक्शा ही हटा दिया है। पंजाब को एक तरफ़ कर कर कांग्रेस पार्टी के प्रधान से लेकर चन्नी और अन्य नेता सब यू.पी. की तरफ कूच कर चुके हैं। इस दरमियान पंजाब एक बार फिर ‘लावारिस मोड’ पर आ गया है।
दूसरी तरफ मुख्यमंत्री चन्नी के करीबी तथा उपमुख्यमंत्री पंजाब सुखजिंदर रंधावा ने पुलिस अफसरों हेतु गोल्फ खेलने पर रोक लगा दी गई। इसके बाद किसी ने भी ध्यान नहीं दिया कि गोल्फ खेल के बंद होने के बाद लोगों के काम शुरू हुए हैं या नहीं। पूरी की पूरी पंजाब सरकार लखीमपुर खीरी को ही कैश करने में लगे हुए हैं। सत्ता संभालने के बाद चन्नी कभी दिल्ली, कभी चंडीगढ़ तथा अब लखीमपुर खीरी पहुंच गए हैं। इसके बाद वे अपने बेटे की शादी में शामिल होंगे, जहां से फ्री होते ही त्यौहारों का सीजन शुरू हो जाएगा और सरकारी दफ्तरों में छुट्टियों का आलम होगा।
ऐसे समय में राज्य के विकास के लिए लम्बित धन का क्या होगा जो खर्च नहीं हुए या विकास कार्य ठप, सरकारी कार्यालयों में अटकी फाइलें और लोगों के रुके हुए कार्य नहीं हुए हैं? यह कोई नहीं जानता। जहां तक लखीमपुर खीरी की बात है तो उस मोर्चे पर कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को लामबंद किया जा सकता था लेकिन आश्चर्यजनक रूप से चन्नी भी वहां पहुंच गए। राज्य की चन्नी सरकार का तीन महीने का कार्यकाल अब करीब 2 महीने का रह जाएगा।
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