पंजाब पुलिस भी आई कोरोना की चपेट में, ASI के अलावा 12 नए मामले आए सामने

punjabkesari.in Tuesday, Jun 09, 2020 - 08:47 PM (IST)

अमृतसर (दलजीत शर्मा):  कोरोना महामारी ने फ्रंट लाइन में खड़े होकर लोगों की सेवा करने वाले पंजाब पुलिस के जवानों को भी अपनी जकड़ में ले लिया है। मंगलवार को सामने आए 13 नए कोरोना पॉजिटिव मामलों में पंजाब पुलिस का एक एएसआई भी शामिल है। इसके अलावा 6 मामले कम्युनटी से आए हैं जबकि सात मामले पॉजिटिव मरीजों के संपर्क वाले हैं। जिले में अब मरीजों का आंकड़ा 515 हो गया है जिनमें से 11 लोगों की मौत हो गई है।

जानकारी अनुसार कोरोना महामारी के मामले मेंं अमृतसर राज्य का सबसे अधिक प्रभावित वाला जिला बन गया है। यहां पर अब तक 11 मौतें हो चुकी हैं, जो सूबे में सबसे अधिक हैं। रोजाना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। मंगलवार को भी 13 नए मामले सामने आएं हैंइनमें 1 गार्डन इंक्लेव, 1 वृंदावन गार्डन, 1 शास्त्र नगर, 1 कटड़ा खजाना, 1 हालगेट पुरानी सब्जी मंडी का फल बिक्रेता, 1 रामबाग से संबंधित है। इसी तरह से 5 मामले संपर्क वाले हैं। इनमें 2 गार्डन कालोनी के, 3 शर्मा कॉलोनी के। शर्मा कॉलानी के यह लोग सोमवार को जिस पॉजिटिव की मौत हुई थी, उसके संपर्क वाले हैं। इसके अलावा 2 लोग स्वेच्छा से टेस्ट करवाने गए थे। इसमें से 1 गढ़वाली गली बस स्टैंड से संबंधित है तो मून एवेन्यू का रहने वाला है। यह पुलिस में एएसआई बताया जा रहा है। 

कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ने से हर तरफ डर का माहौल है परंतु कुछ बेपरवाह लोग अपनी तथा लोगों की जान की परवाह ना करते हुए सरेआम घरों से बाहर घूम रहे हैं तथा सरकार के नियमों की पालना भी नहीं कर रहे हैं। लोगों ने सरकार से अपील की है कि ऐसे बेपरवाह लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए तथा दोबारा अमृतसर में कुछ दिनों के लिए कर्फ्यू लगाया जाए।

फिलहाल अब जिले में कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या 515 हो गई है। इसमें से 378 ठीक होकर घरों को जा चुके हैं। 11 की मौत हो चुकी है, जबकि अभी 126 अभी एक्टिव हैं और उनका इलाज चल रहा है। सिविल सर्जन डॉ. जुगल किशोर ने महामारी से बचाव के लिए लोगों को एहतियात बरतने की अपील की है। उनका कहना है कि सेहत विभाग और जिला प्रशासन इस पर काम कर रहे हैं लेकिन महामारी को बिना लोगों के सहयोग से नहीं हराया जा सकता।

सेहत विभाग अपने लोगों की सेहत को लेकर सतर्क
कोरोना संक्रमण में काम करे वाले सेहत विभाग के लोगों की सेहत को लेकर विभाग सतर्क हो गया है। यही कारण है कि अब डॉक्टरों के अलावा फील्ड में काम करने वाले डॉक्टर आशा वर्कर, एएनएम, आंगनवाड़ी वर्कर तक को एहतियात के साथ टेस्टिंग भी की जा रही है। सिविल सर्जन डॉक्टर जुगल किशोर ने बताया कि जो भी कर्मचारी और भी कोरोना का टच करवाना चाहता है तो वह भी विभाग द्वारा करवाए जाएंगे।

प्राइवेट लैब पर होगी कार्रवाई
मजीठा रोड इलाके में स्थित एक प्राइवेट लैब पर आरोप है कि वह लोगों के कोरोना रिपोर्ट गलत बना रही है। उसकी कई शिकायतें मिल चुकी हैं। फिलहाल मामले को गंभीरता से लेते हुए सिविल सर्जन डॉ. जुगल किशोर ने आला अफसरों को उक्त लैब के खिलाफ कार्रवाई करने की शिकायत कर दी गई है। सिविल सर्जन ने बताया कि लेबोरेटरी द्वारा जो लोग ठीक है उनकी रिपोर्ट को पॉजिटिव बताकर  दहशत पैदा किया जा रहा है। उच्च अधिकारियों को उन्होंने पत्र लिखकर बनती कार्रवाई के लिए लिखा है।

अकाउंटेंट के पॉजिटिव आने के सिविल अस्पताल के डॉक्टरों  तथा कर्मचारियों के हुए टेस्ट
सिविल अस्पताल के अकाउंटेंट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद अस्पताल में दहशत का माहौल है। मंगलवार को अस्पताल के आधा दर्जन डॉक्टरों तथा 1 दर्जन से अधिक कर्मचारियों ने करो नाकाबंदी अपने टेस्ट करवाए हैं। अस्पताल में आज डॉक्टर तथा कर्मचारी अकाउंटेंट के बारे में बातचीत करते हुए पाए गए उधर दूसरी ओर सिविल सर्जन ने कहा कि अगर और जरूरत पड़ी तो कर्मचारियों का टेस्ट करवाए जाएंगे।

Edited By

Tania pathak