कामरेड बलविंद्र हत्या मामले में ‘दूसरा भगौड़ा शूटर’ गिरफ्तार

punjabkesari.in Friday, Jan 29, 2021 - 09:31 AM (IST)

चंडीगढ़ (रमनजीत): शौर्य चक्र से सम्मानित कामरेड बलविंद्र सिंह की हत्या में शामिल दूसरे भगौड़े शूटर को पंजाब पुलिस ने मंगलवार को मुम्बई एयरपोर्ट से काबू किया, जहां उसने दुबई की फ्लाइट पकडऩी थी। कामरेड बलविंद्र सिंह को पिछले साल 16 अक्तूबर को उनके ही घर में घुसकर गोली मार दी गई थी। आरोपी की पहचान इंद्रजीत सिंह के रूप में हुई है। आरोप है कि इंद्रजीत ने गुरजीत सिंह के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता के अनुसार गुरजीत सिंह को बीती 7 दिसम्बर को दिल्ली पुलिस ने उसके साथी सुखजीत सिंह समेत गिरफ्तार किया था। जब गुरजीत और इंद्रजीत सिंह ने गोलीबारी की थी तो उस समय सुखजीत घटना स्थल से थोड़ी दूरी पर मौजूद था।

गुप्ता ने कहा कि पूछताछ में इंद्रजीत ने खुलासा किया कि दो विदेशी खालिस्तानी कार्यकत्र्ताओं ने उसकी कट्टरपंथी पोस्टों के कारण मार्च 2020 में उसके साथ फेसबुक पर संपर्क किया था। उसने कबूल किया कि कामरेड बलविंद्र सिंह की हत्या को अंजाम देने के लिए इन खालिस्तानी कार्यकत्र्ताओं ने उसको प्रेरित किया था। उसने खुलासा किया कि उसके दो विदेशी संचालकों में से कनाडा निवासी सनी ने पहले उसे कामरेड बलविंद्र सिंह की रिहायश का पता लगाने और बाद में भगौड़े गैंगस्टर सुख भिखारीवाल के साथ उसके संपर्क में मदद करने का जिम्मा सौंपा था, जिससे वह अपनी योजना को अंजाम दे सके। जांच से पता लगा है कि कत्ल से पहले और बाद में सनी ने इंद्रजीत और उसके साथियों को वित्तीय और साधन उपलब्ध करवाने में सहायता दी थी। कामरेड बलविंद्र सिंह की हत्या करने के बाद ये तीनों ही व्यक्ति पंजाब से फरार हो गए और अलग-अलग ठिकानों पर चले गए थे। उन्होंने बताया कि गुरजीत और सुखजीत को दिल्ली पुलिस ने दिसम्बर में काबू कर लिया, जबकि इंद्रजीत फरार था, जिसने बिहार, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के अलग-अलग स्थानों पर पनाह ली। 
गुप्ता ने बताया कि उसकी खोज में लगी तरनतारन पुलिस की जांच टीम को सूचना मिली कि इंद्रजीत विदेश फरार होने के लिए मुम्बई जा रहा है।

इंद्रजीत ने यह भी कबूल किया कि उसको सनी ने 25 जनवरी को मुम्बई बुलाया था, जिसने उसके ई-वीजा और दुबई जाने के लिए टिकट का प्रबंध किया था। गुप्ता ने बताया कि पिछले साल 31 अक्तूबर और 1 नवम्बर को गुरदासपुर के रहने वाले सुखराज सिंह उर्फ सुखा और रविंद्र सिंह उर्फ ज्ञान और लुधियाना के आकाशदीप अरोड़ा की गिरफ्तारी के बाद गोलीबारी मामले में गुरजीत और सुखजीत के सम्मिलन से पर्दा उठा। इन दोनों ने सुखमीत पाल सिंह उर्फ सुख के नाम का भी खुलासा किया, जिसने इस योजना और हत्या को अंजाम देने के लिए उनकी सहायता की थी। गुप्ता ने बताया कि गिरफ्तार किए गए शक्की व्यक्तियों के खुलासे से यह स्पष्ट हुआ है कि कामरेड बलविंद्र सिंह को मारने की पूरी साजिश पाबंदीशुदा आतंकवादी संगठन आई.एस.वाई.एफ. के पाकिस्तान आधारित स्वै-घोषित चीफ लखवीर सिंह रोडे और उसके पाक आधारित आई.एस.आई. संचालकों द्वारा बनाई गई थी। उन्होंने बताया कि रोडे ने सुखमीत पाल और सनी को हत्या की जिम्मेदारी दी थी। संयोगवश फर्जी पासपोर्ट पर दुबई में रह रहे सुखमीत को दुबई पुलिस ने हिरासत में ले लिया था और बाद में उसे भारत डिपोर्ट कर दिया था और यहां आने पर दिल्ली पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर लिया। गुप्ता ने कहा कि क्योंकि एन.आई.ए. की तरफ से इस केस में जांच की जा रही है तो केस के तबादले की औपचारिक कार्रवाई पूरी होने के उपरांत इंद्रजीत को उनके हवाले कर दिया जाएगा।  

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