नकली जे.ई. बन खन्ना में रह रहा पंजाब का ‘नटवरलाल’ गिरफ्तार

punjabkesari.in Sunday, Jan 05, 2020 - 02:05 PM (IST)

खन्ना(स.ह.): खन्ना पुलिस ने शनिवार को नकली जे.ई. बन शहर में रह रहे पंजाब के ‘नटवरलाल’ (ठग) को गिरफ्तार किया। वह अब तक 30 वारदातों को अंजाम दे चुका है। पूछताछ के दौरान पुलिस उस समय चक्कर में पड़ गई जब कथित आरोपी नरिंद्र कुमार पुत्र सतपाल निवासी सनौर हाल निवासी बिल्ला वाली ने बताया कि अब वह खुद ही की गई वारदातों के डिटेल भूल चुका है। धीरे-धीरे वह सब कुछ बता देगा। एक अनुमान के मुताबिक उसने लगभग 50 से भी अधिक वारदातों को अंजाम दिया है।

सिटी एस.एच.ओ. इंस्पैक्टर कुलजिंद्र सिंह ने बताया कि कथित आरोपी ने शुक्रवार को स्थानीय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा से पैंशन निकालने आई एक बुजुर्ग महिला से 10 हजार की ठगी मार ली थी। पुलिस ने शनिवार को नाकाबंदी के दौरान शिकायतकर्ता की शिनाख्त पर आरोपी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। कुलजिंद्र ने बताया कि कथित आरोपी पर ठगी के 8 केस दर्ज हैं, जिनमें से 6 में माननीय अदालत ने पेश न होने के चलते उसे भगौड़ा घोषित किया है और पंजाब के साथ समीपवर्ती राज्यों की पुलिस उसे ढूंढने में लगी थी। 

पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि वह बिल्ला वाली छप्पड़ी में बिजली विभाग में जे.ई. बताकर एक किराए के मकान में रह रहा था। उसने बताया कि जब मालिक ने उसकी पोस्टिंग के बारे में पूछा तो उसने उस समय अपने मालिक को नकली आई.डी. कार्ड दिखाकर संतुष्ट कर दिया। उसने इस दौरान कई लोगों के बिजली विभाग में काम करवाने की एवज में भी लाखों रुपए ऐंठे थे। 

आरोपी से कई दस्तावेज बरामद
एस.एच.ओ. ने बताया कि कथित आरोपी के पास से कई संदेहपूर्ण दस्तावेज भी बरामद हुए हैं, जिनकी पड़ताल जारी है। पुलिस ने बताया कि नौसरबाज ने 50 से भी अधिक लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाया। अधिकतर यह बुजुर्गों को ही ठगी का शिकार बनाता था और इसका मुख्य केंद्र एल.आई.सी. सैंटर ही रहा है। आरोपी को माननीय अदालत में पेश किया जाएगा। 

2 साल जेल में रहने के बाद फिर ठगी को दिया अंजाम
एस.एच.ओ. ने बताया कि आरोपी 2012 से लेकर 2014 तक पंजाब की विभिन्न जेलों में बंद रहा। इसी बीच 2015 में उसने फिर से ठगियों को अंजाम देते हुए एक साथ कई लोगों को निशाना बनाया। इसी दौरान एल.आई.सी. पटियाला आफिस में एक व्यक्ति से 8000 रुपए, बैंक ऑफ बड़ौदा पटियाला से 20000 रुपए, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया राजपुरा से 50000 रुपए, ओरिएंटल बैंक ऑफ कामर्स बनूड़ से 45000 रुपए, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला की ब्रांच चंडीगढ़ से 45000 रुपए, अंबाला के डाकघर से 50000 रुपए, एल.आई.सी. दफ्तर सदर पटियाला से 7000 रुपए, बैंक ऑफ बड़ौदा बारादरी पटियाला से 70000 रुपए, सितम्बर 2019 में 9000 रुपए मंडी गोबिंदगढ़ बैंक से, वर्ष 2016 में एल.आई.सी. सरहिंद से 3000 रुपए, पटियाला की चाय की रेहड़ी लगाने वाले व्यक्ति से 2000 रुपए, 7 जुलाई 2018 को राजपुरा बैंक से 20000 रुपए, एल.आई.सी. दफ्तर जीरकपुर से 6500 रुपए, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया सुनाम से 25000 रुपए, वर्ष 2019 में स्टेट बैंक ऑफ पटियाला नाभा से 16000 रुपए, नवम्बर 2017 में स्टेट बैंक ऑफ पटियाला भवानीगढ़ से 22000 रुपए, वर्ष 2019 में चंडीगढ़ से सैक्टर 22 में एल.आई.सी. दफ्तर में 22000 रुपए, जुलाई 2019 में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ब्रांच डेरा बस्सी से 4500 रुपए, 5 मई 2019 को नाभा एल.आई.सी. दफ्तर से 3800 रुपए, जुलाई 2019 को एल.आई.सी. दफ्तर लुधियाना से 7500 रुपए, अगस्त 2019 में दूरसंचार विभाग राजपुरा से 4800 रुपए, मई 2019 में जीरकपुर एल.आई.सी. कार्यालय से 3700 रुपए ठगते हुए लाखों की ठगी मान चुका है। 

Edited By

Sunita sarangal