पंजाब में छुट्टियों की मांग तेज, School से लौटते मासूमों की हालत देख पसीजे दिल...
punjabkesari.in Thursday, May 22, 2025 - 10:23 AM (IST)

लुधियाना(विक्की): पारा 41 डिग्री, चिलचिलाती धूप। पसीने से भीगा चेहरा और कंधे पर बस्ते का भारी बोझ उठाए स्कूल से घर लौटते बच्चों को देखकर हर किसी का दिल पसीज रहा है। आने वाले दिनों में पड़ने वाली भीषण गर्मी की चेतावनी को देखते हुए स्कूलों में छुट्टियां करने की मांग ने जोर पकड़ लिया है। पंजाब में पड़ रही झुलसाने वाली गर्मी ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। महानगर समेत पूरे प्रदेश में पारा लगातार 41 डिग्री सैल्सियस के आसपास बना हुआ है। बिजली की अघोषित कटौती ने स्थिति को और भयावह बना दिया है लेकिन इस सबसे अधिक असर छोटे बच्चों पर पड़ा है जो हर दिन स्कूल जाने को मजबूर हैं। विशेष रूप से सरकारी स्कूलों के छात्र जिनके स्कूलों में संसाधनों की भारी कमी है, गर्मी से सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं। सुबह 8 बजे से शुरू होने वाली कक्षाओं में छात्र आते ही पसीने से लथपथ हो जाते हैं और जैसे-जैसे दिन चढ़ता है, गर्मी के साथ उनका संघर्ष भी बढ़ता जाता है।
स्कूलों में नहीं सुविधाएं, राहत के कोई उपाय नहीं
अधिकांश स्कूलों में न तो एयर कंडीशनिंग है और न ही पर्याप्त वैंटीलेशन। कई सरकारी स्कूलों में पंखे तक चलना बंद हो जाते हैं जब बिजली गुल हो जाती है, और स्कूलों में जैनरेटर की कोई व्यवस्था नहीं है। इसके साथ ही पीने के पानी की उपलब्धता भी एक बड़ी समस्या बन गई है। सरकारी स्कूल की एक शिक्षिका बताती हैं, "बिजली न होने के कारण पंखे बंद हो जाते हैं। बच्चे बार-बार सिरदर्द और थकान की शिकायत करते हैं। हमारे पास विकल्प ही नहीं बचते।"
पिछले साल छुट्टियां, इस बार चुप्पी
2024 में जब इसी तरह की गर्मी पड़ी थी, तब पंजाब सरकार ने 21 मई से 30 जून तक सभी स्कूलों में ग्रीष्मकालीन छुट्टियों की घोषणा कर दी थी लेकिन इस साल सरकार ने अभी तक न तो छुट्टियों की घोषणा की है और न ही स्कूलों के समय में कोई बदलाव किया है। गुरप्रीत कौर जिनकी बेटी एक सरकारी मिडल स्कूल में पढ़ती है, कहती हैं, "पिछले साल छुट्टियां पहले ही घोषित कर दी गई थीं। अब सरकार खामोश क्यों है?
प्राइवेट स्कूलों में भी स्थिति संतोषजनक नहीं
कुछ निजी स्कूलों ने वातानुकूलित कक्षाएं प्रदान की हैं लेकिन अधिकांश स्कूलों में केवल पंखे ही सहारा हैं। इसके चलते बच्चे वहां भी सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रहे हैं। राजविंदर सिंह, जो एक स्थानीय एन.जी.ओ. के साथ काम करते हैं, बताते हैं, "गर्मी में छोटे बच्चों को यूं स्कूल भेजना उनके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है। सरकार को तुरंत इस पर कार्रवाई करनी चाहिए।"
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चेतावनी
एक बल बाल रोग विशेषज्ञ ने कहा कि गर्मी में डिहाइड्रेशन और हीट स्ट्रोक बच्चों के लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं। स्कूलों को कम से कम ठंडा पानी और ठंडी जगह मुहैया करानी चाहिए। वहीं विभिन्न अभिभावकों ने एक स्वर में मांग करते हुए कहा कि सरकार या तो तत्काल गर्मी की छुट्टियों की घोषणा करे या फिर स्कूल का समय सुबह 7 से 11 बजे तक सीमित करे।
लैक्चरार कैडर यूनियन ने भी की छुट्टियों की मांग
लैक्चरार कैडर यूनियन पंजाब के प्रांतीय वित्त सचिव एवं जिला अध्यक्ष धर्मजीत सिंह ढिल्लों, लेडीज विंग जिला अध्यक्ष शिवानी, प्रैस सचिव मनदीप सिंह सेखों ने पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस से अपील की कि बढ़ती गर्मी को ध्यान में रखते हुए स्कूलों में छुट्टियां घोषित की जाएं क्योंकि गर्मी के कारण स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति कम हो रही है और छात्रों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए अभिभावक भी छुट्टियों की मांग कर रहे हैं। इस मौके पर यूनियन नेता रेखा बहल, हेमलता, गीतिका, कुलजीत कौर, दविंदर सिंह गुरु, अलबेल सिंह, मनदीप सिंह सेखों, अमरजीत सिंह घुडानी, गुरजेपाल सिंह, जसपाल सिंह, हरप्रीत सिंह, राजवीर सिंह जगदीप सिंह आदि मौजूद रहे।