Punjab Wrap Up: सुखबीर की प्रैस कांफ्रेंस से लेकर नवजोत सिद्धू के Tweet तक की, पढ़ें दिन भर की बड़ी खबरें

punjabkesari.in Friday, Jan 08, 2021 - 07:57 PM (IST)

जालंधरः किसानों के आंदोलन के 43 दिन खिंच जाने के बाद पंजाब भाजपा के नेताओं की परेशानी और बढ़ने लगी है। वहीं पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह ने किसानों के हक के लिए फिर ट्वीट किया। इसके अलावा आज शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल की जालंधर में प्रैस कांफ्रेंस हुई, जिस दौरान उन्होंने कैप्टन सरकार आड़े हाथों लिया और महिंदर कौर ने फिल्म स्टार कंगना रनौत के खिलाफ बठिंडा अदालत में शिकायत दर्ज करवाई है। हम आपके लिए लाए हैं ऐसी खबरें जो आप अपने व्यस्त शेड्यूल के चलते मिस कर जाते हैं। इस न्यूज बुलेटिन में हम आपको पंजाब से जुड़ी बड़ी खबरें बताने जा रहे हैं।

Farmer Protest: अमित शाह से मिले पंजाब के भाजपा नेता
bjp leader of punjab meets amit shah
वीरवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलकर पंजाब भाजपा के कुछ नेताओं ने बात की और हालात के जल्द समाधान का आग्रह किया। प्रस्तावित 8वें दौर की वार्ता से पहले पंजाब भाजपा के इन नेताओं की शाह से मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है। दरअसल, आंदोलनरत किसानों ने पंजाब में भाजपा नेताओं का बहिष्कार कर रखा है और उनके घरों के सामने कूड़ा तक डाल रहे हैं। इस आंदोलन से पंजाब में जिस तरह का माहौल बन रहा है, वह भाजपा को सियासी तौर पर काफी नुक्सान पहुंचाता दिख रहा है।

महिंदर कौर ने कंगना के खिलाफ अदालत में दर्ज करवाई शिकायत
किसान आंदोलन का विरोध करने वाली फिल्म स्टार कंगना रनौत के खिलाफ बठिंडा अदालत में शिकायत दर्ज करवाई गई है, जिसने सोशल मीडिया पर एक आंदोलनकारी बुजुर्ग महिला के खिलाफ अपशब्द बोले थे। 

सिद्धू का Tweet, किसानों को लेकर कही ये बड़ी बात
sidhu s tweet before the meeting
किसानों के हक में टवीट करते उन्होने लिखा, "‘‘किसानों को सिर्फ़ सभी फसलों पर उनके हक के एम.एस.पी. की ज़रूरत है। किसी कर्ज़ माफी की जरूरत नहीं, किसान कर्ज़े में हैं क्योंकि उनकी फसल की लागत पैदावार की बिक्री कीमत से अधिक है। आपके Capitalist दोस्तों के उलट किसानों को सार्वजनिक पैसा नहीं चाहिए लेकिन अपनी सही आमदनी चाहिए।’’

इस दिन से खुलेंगी जालंधर की सभी अदालतें
सोमवार यानि 11 जनवरी से जिले की सभी अदालतें खुलेंगी। गौरतलब है कि कोविड-19 के चलते सभी अदालतें बंद कर दी गई थी। अब महामारी के घटते प्रकोप को देखते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा सोमवार से जिले की सभी अदालतें खोलने के आदेश दिए गए हैं।

सुखबीर ने कांग्रेस को लिया आड़े हाथों, कहा- पंजाब की जनता के साथ कैप्टन कर रहे गद्दारी
sukhbir spoke on captain amarinder singh
कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि कैप्टन ने पंजाब की जनता से गद्दारी की है। उन्होंने कहा कि मैं कैप्टन साहिब को पूछना चाहता हूं कि दिल्ली किसान संघर्ष के दौरान दिल्ली में पंजाब पुलिस के आई.जी. और एस.एस.पी. दिल्ली में क्या कर रहे हैं? उन्होंने कहा कि मीटिंग किसान जत्थेबंदियों सहित केंद्र सरकार के बीच होती है और उन्होंने मीटिंगों में पंजाब पुलिस के आई.जी., एस.एस.पी. बैठे होते हैं।

Lockdown में भी शराब के शौकीनों ने कर डाला यह काम
आबकारी विभाग के आंकड़ों के मुताबिक पिछले वित्तीय वर्ष दौरान शराब की बिक्री में 15 प्रतिशत का उछाल आया। यह उस दौरान हुआ, जब कोरोना महामारी के कारण ठेके को अधिकारिक तौर पर बंद कर दिया गया था। पंजाब में बीयर की बिक्री में गिरावट देखने को मिली, जबकि आई.एम.एफ. एल. में मामूली विस्तार देखने को मिला और रम में तेजी से उछाल आया। 

किसानों के लिए प्रियंका गांधी से मुलाकात करने पहुंचे पंजाब कांग्रेस के नेता
punjab congress mla arrives to meet priyanka gandhi
पंजाब कांग्रेस के सांसद रवनीत बिट्टू, गुरजीत सिंह औजला और विधायक कुलबीर सिंह जीरा प्रियंका गाँधी से मिलने पहुंचे। वह पिछले कई दिनों से दिल्ली के जंतर-मंतर में कृषि कानूनों खिलाफ प्रदर्शन कर रहे है। इस दौरान उन्होंने प्रियंका गांधी से कृषि कानूनों पर चर्चा की।

किसान एंथम गीत बजाकर 'जागो' पार्टी ने किया कैप्टन सरकार का विरोध
पार्टी के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की सरकार द्वारा बराड़ को गिरफ्तार करने को अंग्रेज सरकार द्वारा ’’पगड़ी संभाल जट्टा’’ गीत की तर्ज पर की गई कार्रवाई के तौर पर परिभाषित किया। जीके ने कहा कि आज बराड़ के लिखे बागी बोल को पार्टी दफ्तर में दोबारा से बजा कर हम यह संदेश देना चाहते हैं कि पंजाब के अधिकारों की आवाज को दबाने वाली सरकारों के खिलाफ जागो पार्टी खुलकर खड़ी है।

महानगर के कुछ और अकाली नेता कर सकते हैं AAP का रुख
some other akali leaders in the metropolis may approach aap
यहां बताना उचित होगा कि कृषि बिलों को वापस लेने की मांग को लेकर अकाली- भाजपा का दशकों पुराना गठजोड़ टूटने के बाद दोनों पार्टियों में एक-दूसरे के नेताओं को तोड़ने की होड़ लगी हुई है। इसके बावजूद अकाली-भाजपा के कई नेता यह सोचकर पार्टियों के साथ डटे हुए हैं कि सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा के तहत शायद उनका नंबर लग सकता है। इसके अलावा कई नेता ऐसे भी हैं जिनको किसान आंदोलन के दौरान अकाली-भाजपा का सबसे ज्यादा विरोध होने के मद्देनजर अपना सियासी भविष्य धुंधला नजर आ रहा है। इनमें से कुछ नेताओं ने तो अकाली-भाजपा से इस्तीफा दे दिया है और कइयों ने दूसरी पार्टियों का दामन थाम लिया है।

किसान आंदोलन दौरान सिंघू बार्डर से लौटे पंच की मौत
पटियाला की प्रोफ़ैसर इन्क्लेव के रहने वाले गांव शेखपुरा के पंच सुखदेव सिंह जोकि कुछ दिन पहले किसान संघर्ष के लिए सिंघू बार्डर पर गए थे। वहां कुछ दिन रहने के बाद उनको बुख़ार महसूस हुआ। जब वह ठीक न हुए तो वह अपने घर वापस लौट आए, जिनकी बीते दिनों मौत हो गई। उनका अंतिम संस्कार आज किया गया।


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Mohit

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