विदेश में फंसे 3000 पंजाबियों ने जताई घर लौटने की इच्छा, दुबई से अमृतसर पहुंचेगी पहली फ्लाइट

punjabkesari.in Friday, May 08, 2020 - 11:30 AM (IST)

जालंधर(सोमनाथ): विनाशकारी कोरोना वायरस की चपेट में आई दुनिया भर के देशों में लागू हुए लॉकडाऊन की वजह से सभी देशों की अर्थव्यवस्था तहस-नहस होकर रह गई है। कोई भी देश इससे अछूता नहीं है। 40 दिन से ज्यादा लंबे समय से कारोबार ठप्प रहने के कारण विदेशों में बसे कई भारतीयो की नौकरी चली गई है। इसी तरह देश के दूसरे प्रदेशों में बसे पंजाबियों को भी रोटी के लाले पड़े हुए हैं। 

पंजाब सरकार की ओर से देश के दूसरे हिस्सों और विदेशों में फंसे पंजाबियों की वापसी के इंतजाम किए जा रहे हैं। पंजाब वापसी के लिए जारी पंजीकरण के तहत अब तक देश और विदेश में फंसे 20,000 के करीब पंजाबियों ने घर वापसी की इच्छा जताई है। इनमें दूसरे प्रदेशों में फंसे 17,000 और 88 देशों में फंसे 3000 के करीब पंजाबी शामिल हैं।दूसरी तरफ कोरोना संक्रमण के टैस्टों को लेकर पंजाब पहले ही सीमित परीक्षण क्षमता से जूझ रहा। अपर्याप्त टैस्टिंग कैपेसिटी के चलते पंजाब पर अब और खतरा मंडराने लगा है। जिक्रयोग्य है कि श्री हजूर साहिब से पंजाब लौटे 2635 श्रद्धालुओं और राजस्थान से आने वाले 2,665 प्रवासी श्रमिकों में से सैंकड़ों लोग कोरोना पॉजीटिव पाए गए हैं और पंजाब सरकार टैसिं्टग प्रक्रिया की समस्या से जूझ रही है। अभी भी पंजाब में चार हजार से ज्यादा संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। हालांकि यह संख्या दूसरे प्रदेशों और विदेशों से आने वाले लोगों से काफी कम है। 

पहली फ्लाइट में दुबई से 200 पंजाबी आएंगी
विदेश मंत्रालय ने विदेशों में फंसे भारतीय की घर वापसी के प्रबंध के तहत 64 फ्लाइटों का शैड्यूल तैयार किया है। पंजाब की बात करें तो दुबई से जल्द 200 लोगों को लेकर पहली फ्लाईट अमृतसर पहुंचेगी। विदेश मंत्रालय की तरफ से विदेशों से आने भारतीयों की जांच के लिए सभी एयरपोट्र्स पर नोडल अफसर नियुक्त किए गए हैं। जो स्थानीय सरकार की तरफ से नियुक्त नोडल अफसरों के साथ कोआर्डीनेट कर विदेश से आने वाले लोगों स्क्रीनिंग सुनिश्चित करेंगे।

माझा जोन के लोग अमृतसर में क्वारंटाइन होंगे, जालंधर में किसी को जानकारी नहीं
दुबई से 200 पंजाबियों की जो पहली फ्लाइट आ रही है उनकी स्क्रीनिंग के बाद उन्हें क्वारंटाइन होम भेज दिया जाएगा। अमृतसर में स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बातचीत करने पर उन्होंने बताया कि हमें सूचना मिल गई है और माझा जोन में पड़ते जिलों अमृतसर, तरनतारन और गुरदासपुर और पठानकोट में रहने वाले यात्रियों को क्वारंटाइन करने की पूरी तैयारी कर ली गई है। कुछ लोगों को क्वारंटाइन वार्डों में ठहराया जाएगा तो कुछ को होटलों में। वहीं इस संबंध में जब जालंधर के स्वास्थ्य अधिकारियों से बात की गई तो उनका कहना था कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है।  
   
हफ्ता भर करना पड़ता है रिपोर्ट का इंतजार
पंजाब की विभिन्न लैबोरेट्रियों में रोजाना 2,350 सैंपल टैस्ट किए जाते हैं। इनमें मैडीकल कॉलेज पटियाला में 400, गवर्नमैंट मैडिकल कॉलेज अमृतसर में 400, गुरु गोङ्क्षबद सिंह मैडिकल कॉलेज फरीदकोट में 250, पी.जी.आई. चंडीगढ़ में 60, आई.एम.टैक मोहाली में 10 और डी.एम.सी. लुधियाना में 40 तथा दो प्राइवेट लैबोरेट्रियों तुली लैब अमृतसर में 100 और लाल पैथ लैब में एक हजार टैस्ट रोजाना हो रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार 26 अप्रैल से 5 मई तक इन लैबोरेट्रियों में तीन-तीन शिफ्टों में करीब 15,000 टैस्ट किए गए हैं, अभी भी 4 हजार से ज्यादा मरीजों की रिपोर्ट आनी बाकी है। पिछले एक सप्ताह से अचानक संदिग्ध मरीजों की संख्या बढऩे के कारण समस्या उत्पन्न हो गई है तथा मरीजों को करीब एक सप्ताह तक रिपोर्ट के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। नाम नहीं छापने की शर्त पर एक स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि किसी भी सैंपल की जांच रिपोर्ट आने में 24 से 36 का समय लग जाता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के टैसिं्टग क्षमता बढ़ाने के लिए तुरंत उपाय करने चाहिएं। 

टैस्टिंग कैपेसिटी बढ़ाने के लिए 15 करोड़ मंजूर
मैडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च मंत्री ओम प्रकाश सोनी से जब पंजाब में टैसिं्टग कैपेसिटी की कमी के बारे में बात की गई तो उन्होंन कहा कि पंजाब सरकार कोरोना मरीजों की बढ़ रही संख्या के मद्देनजर हर तरह के प्रबंध कर रही है। उन्होंने बताया कि टैसिं्टग कैपेसिटी बढ़ाने के लिए कैप्टन सरकार ने 15 करोड़ रुपए मंजूर कर दिए हैं। इस पैसे से नई मशीनों और अन्य जरूरी सामान के आर्डर दे दिए हैं ताकि कोरोना के संदिग्ध मरीजों की जांच में कोई कमी न रहे।


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