क्वारंटाइन स्टिकर का मतलब यह नहीं कि उस घर में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला है

punjabkesari.in Thursday, Apr 23, 2020 - 09:10 AM (IST)

जालंधर(रत्ता):किसी भी घर के बााहर स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाए जाते क्वारंटाइन स्टिकर को देखकर आस पस के लोग व पड़ोसी यह सोच लेतें हैं कि इस घर में कोरोना वायरस का पॉजिटिव मिला है, जबकि ऐसा नहीं होता। कोरोना पॉजिटिव मरीज को तुरंत सिविल अस्पताल में दाखिल कर लिया जाता है।

जिला प्रशासन द्वारा किसी घर के बाहर होम क्वारंटाइन का स्टीकर सर्तकता के तौर पर 14 दिन के लिए इसलिए लगाया जाता है कि क्योंकि उस घर में रहने वाला कोई व्यक्ति या तो विदेश से आया हो या फिर वह किसी ऐसे व्यक्ति के संर्पक में आया हो सकता है जो कोरोनावायरस का पॉजिटिव रोगी हो । इसलिए वह 14 दिन तक घर में ही रहे। किसी भी घर के बाहर होम क्वारंटाइन का स्टिकर लगाने हेतु जाने वाली टीम को चाहिए कि वह आसपास के लोगों कयह समझा कर आए कि इस घर में कोई पॉजिटिव रोगी नहीं है।

Reported By

Bhupinder Ratta