रावी दरिया के किनारों पर हो रहा भूमि कटाव,कांटेदार तार भी पानी में बही

punjabkesari.in Monday, Oct 22, 2018 - 08:44 AM (IST)

गुरदासपुर(विनोद): भारत-पाक सीमा पर बहते रावी दरिया के पानी से हो रहे भूमि कटाव के कारण किसानों की उपजाऊ भूमि दरिया में डूबती जा रही है, परंतु उसके बावजूद इस साल संबंधित विभाग ने न तो बरसात शुरू होने से पहले तथा न ही अभी तक बाढ़ सुरक्षा प्रबंधों का काम शुरू किया है, जिसके कारण भूमि कटाव का क्रम लगातार जारी है। यह इलाके के किसानों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। कुछ स्थानों पर तो स्थिति बहुत ही नाजुक है तथा घुसपैठ को रोकने के लिए लगाई कांटेदार तार भी पानी में बह गई है। 

जानकारी के अनुसार मकोड़ा पत्तन पर रावी दरिया के इस पार लगभग 2000 फुट में भूमि कटाव हो रहा है जबकि दरिया के पार सीमा सुरक्षा बल की निक्का पोस्ट के पास लगभग 2500 फुट लम्बा भूमि कटाव हो रहा है। सीमा सुरक्षा बल द्वारा घुसपैठ को रोकने के लिए लगाई लगभग 700 फुट कांटेदार तार भी बह गई है। इसी तरह गुरचक्क के पास भी पानी के कारण लम्बा भूमि कटाव हो रहा है। जैनपुर के पास भी लगभग 500 से 800 फुट चौड़ा भूमि कटाव हो रहा है।

पंजाब सरकार ने बीते वर्ष के 45 करोड़ के मुकाबले इस वर्ष पूरे पंजाब के लिए बाढ़ सुरक्षा प्रबंधन के लिए 31 करोड़ रुपए की राशि मंजूर की थी, परंतु विभाग के चीफ इंजीनियर ने आदेश दिया था कि बरसात के मौसम से पहले कोई काम न करवाया जाए जिस कारण कोई काम जिला गुरदासपुर में नहीं हुआ। उन्होंने स्वीकार किया कि गांव मकौड़ा पत्तन के पास जम्मू-कश्मीर राज्य से आने वाले दरिया उज्ज तथा जलालिया दरिया मिलते हैं, जबकि इसके सामने ताश पत्तन पर भी यह पानी भारी नुक्सान करता आ रहा है। जैसे ही फंड सरकार उपलब्ध करवाएगी तो उसके अनुसार बाढ़ सुरक्षा प्रबंधों संबंधी काम शुरू किया जाएगा। सर्वप्रथम जो जरूरी काम होंगे, वे ही करवाए जाएंगे। - ड्रेनेज विभाग के एक्सियन जयपाल सिंह ङ्क्षभडर।

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