जेतली पर आरोप लगाने से पहले राहुल अपने गिरेबान में झांकें : श्वेत मलिक

punjabkesari.in Friday, Sep 14, 2018 - 10:51 PM (IST)

अमृतसर (कमल): देश के ईमानदार वित्त मंत्री अरुण जेतली पर विजय माल्या को भगाने का आरोप लगाने से पहले बेल पर चल रहे भारत के सबसे भ्रष्ट परिवार के सदस्य कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। मलिक ने कहा कि वित्त मंत्री अरुण जेतली पर आरोप लगाने से पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल को गांधी परिवार और विजय माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस के संबंधों के बारे में स्पष्टीकरण देना चाहिए।

उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया और नामी संस्थाएं कह रही हैं कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत बहुत तेज गति से आगे बढ़ रहा है। 4 वर्ष पहले भारत 10वें नंबर की अर्थव्यवस्था था लेकिन आज जेतली की अथक मेहनत से छठे नंबर पर है। यह बात रिकॉर्ड में है कि जब भी सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा और रॉबर्ट वाड्रा किंगफिशर एयरलाइंस से सफर करते थे। उनका बिनजैस क्लास अपग्रेडेशन बिना किसी कॉस्ट के होता था और यह बात मीडिया में भी है। फ्री टिकेट्स जैसी सुविधाएं गांधी परिवार को मिलती थीं। 

उन्होंने कहा कि विजय माल्या और गांधी परिवार के प्रेम के चलते ही किंगफिशर एयरलाइंस की खराब आर्थिक हालत को देखते हुए इनके लोन की रीस्ट्रक्चरिंग करने के लिए आर.बी.आई. ने 27 अगस्त 2010 को एस.बी.आई. को पत्र लिखा। 2004 में पहली बार किंगफिशर एयरलाइंस को लोन दिया गया, 2008 में इसकी रीस्ट्रक्चरिंग की गई और 2009 में इसे एन.पी.ए. घोषित कर दिया गया। 2010 में इसकी दोबारा रीस्ट्रक्चरिंग हुई और 2012 के आसपास उसकी सैकेंडरी रीस्ट्रक्चरिंग की गई। ये सब मनमोहन सिंह की यू.पी.ए. की सरकार के दौरान हुआ। उन्होंने कहा कि सैकेंडरी रीस्ट्रक्चरिंग पूरे एविएशन सैक्टर के लिए नहीं हुई बल्कि सिर्फ किंगफिशर एयरलाइंस के लिए यह किया गया। यू.पी.ए. सरकार के दौरान हर वह सिफारिश की गई और नियमों, पॉलिसी को मोड़ा गया जिससे किंगफिशर एयरलाइंस को फायदा हुआ। माल्या को फायदा पहुंचाने के लिए हर नियम को ताक पर रख दिया गया। 

मलिक ने कहा कि रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने मुरली मनोहर जोशी की अध्यक्षता वाली समिति को हाल में पत्र लिख भारत में डूबे कर्जों का उत्पत्ति काल 2006-2008 बताया है। मनमोहन सरकार के समय नियुक्त किए गए रिजर्व बैंक के गवर्नर, जिनकी राहुल गांधी ट्वीट के माध्यम से समय-समय पर प्रशंसा भी करते रहे हैं, के हालिया बयान पर कुछ बोलने की बजाय एक भगौड़े विजय माल्या के बयान पर आरोप लगा रहे हैं। 

Des raj