जब लड़कियों के ‘किस’ करने से लाल हो गई थी राजेश खन्ना की सफेद एम्बैसेडर कार

punjabkesari.in Monday, Dec 31, 2018 - 03:12 PM (IST)

अमृतसर(सफर):बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना को अपने ही शहर अमृतसर ने उनके जन्मदिन पर भुला दिया। सियासत ने सदैव राजेश खन्ना को कांग्रेस का ‘काका’ ही माना। उन्हें फिल्मों के सुपरस्टार के तौर पर शहर ने कभी स्वीकार ही नहीं किया। अगर किया होता तो उनके नाम से कोई सरकारी स्कूल का नाम  या सड़क जरूर होती।  पर काका का उनके पुश्तैनी घर में बने जंज घर और उसके नीचे मंदिर के सिवाय कुछ नहीं है। दोनों जनता के लिए 24 घंटे खुले रहते हैं। अपने जमाने में बॉलीवुड में राजेश खन्ना पर लड़कियां इस कदर फिदा थी कि उनकी सफेद रंग की एम्बैसडर कार को "किस" करके उन्होेने लाल कर दिया था।

बचपन से ही काका के हेयर स्टाइल के दीवाने थे लोग
राजेश खन्ना तिवारियां वाली गली में जहां दोस्तों के साथ खूब खेला करते थे वहीं उनके हेयर स्टाइल बचपन में इतने बेहतरीन होते थे कि उसे देखने इलाके के नाई भी आया करते थे। राजेश खन्ना की उसके मां-बाप (नंद लाल व नंदरानी) ने नहीं बल्कि चाचा-चाची (चुन्नी लाल खन्ना व लीलावती खन्ना) ने परवरिश की थी। उनको जन्म के कुछ महीने बाद ही पिता नंदलाल ने अपने भाई चुन्नी लाल खन्ना को ‘गोद’ दे दिया था। नंदलाल व नंदरानी का बड़ा बेटा नरिन्द्र खन्ना उस समय 2-अढ़ाई साल का था, जो मुंबई में बड़े अधिवक्ता (वकील) हैं। राजेश खन्ना के बचपन का नाम जतिन खन्ना था। बाद में उन्हें काका लोग कहने लगे। 

रियाल्टो सिनेमा में राजेश खन्ना आए तो लिपस्टिक से लाल हो गई ‘सफेद एम्बैसेडर’

राजेश खन्ना जब रियाल्टो सिनेमा आए तो उनकी सफेद रंग की एम्बैसेडर लड़कियों के ‘किस’ करने से लाल हो गई थी। लोग उनकी झलक पाने के लिए रात को सिनेमाघर के बाहर ही बैठे रहे ताकि सुबह सबसे पहले टिकट लेकर फिल्म देख सकें। 1969 में उनकी फिल्म ‘दो रास्ते’ इतनी हिट हुई कि ‘ये रेशमी जुल्फे, ऐ शरबती आंखें’ उस समय प्रेमी-प्रेमिकाओं के लव लैटर में लिखे जाने लगे। ‘पंजाब केसरी’ से बातचीत करती हुई कोकिला अवार्ड प्राप्त मशहूर गायिका गुरमीत बावा कहती हैं कि राजेश खन्ना की फिल्मों का इतना क्रेज होता था कि जब रेडियों पर गाना बजता था तो राहगीर रूक कर सुनने लगते थे।


 
राजेश खन्ना दुनिया के ‘सुपरस्टार’ हैं, शहर में बनेगी यादगार 

कांग्रेस के विधायक व बॉलीवुड से लेकर पॉलीवुड के बेहद करीबी एक्टर, डॉयरैक्टर और कहानीकार डा. राज कुमार वेरका कहते हैं कि राजेश खन्ना तो दुनिया के सुपरस्टार हैं, अमृतसर में उनकी यादों को संजोया जाएगा। जो गलती हम सभी से हुई उसका यही प्रायश्चित है। सियासत को ऐसी धरोहरों को लेकर सियासत नहीं करनी चाहिए। राजेश खन्ना को अपने ही शहर में पहचान मिलेगी, बहुत जल्द मिलेगी। राजेश खन्ना कांग्रेस का ‘काका’ ही नहीं बल्कि बड़े राजनीतिक खिलाड़ी थे। अमृतसर की माटी में जन्म लेने के बाद वह हिन्दी सिनेमा के सुपरस्टार बनें, यह पाठ बच्चों को स्कूलों में पढ़ाने से हर्ज नहीं होना चाहिए। देश को नई दिशा देने वाले शिखर पर पहुंचे उन लोगों के बारे में स्कूलों में पढ़ाया जाना चाहिए, ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी अपनी विरासत व संस्कारों से विमुख न हो। 

 

 
 


 

swetha