रंधावा ने चिट्टा व वडिंग ने ट्रांसपोर्ट माफिया को लेकर घेरी अपनी ही सरकार

punjabkesari.in Wednesday, Mar 04, 2020 - 08:20 AM (IST)

चंडीगढ़(रमनजीत): बजट सत्र की कार्यवाही के दौरान बिक्रम सिंह मजीठिया से तल्खी दौरान मंत्री सुखजिंद्र रंधावा ने अपनी सरकार की नाकामी को माना। वहीं, गिद्दड़बाहा से विधायक अमरेंद्र सिंह राजा वडिंग ने ट्रांसपोर्ट माफिया का मुद्दा उठाते हुए सरकार को घेरा। शून्यकाल में मजीठिया ने कानून-व्यवस्था की बिगड़ी हालत का जिक्र करते हुए कहा कि हालात यह बन चुके हैं कि व्यापारी वर्ग से जुड़े लोग पुलिस को सूचित करने की बजाए फिरौती देकर जान बचाने पर विश्वास करने लगे हैं।  यह बहुत गंभीर और खतरनाक रुझान है। जो लोग जेलों में बंद हैं, वो राजनीतिक संरक्षण के तले गैर-कानूनी गतिविधियों को चला रहे हैं और यही कारण है कि लोगों को पुलिस पर यकीन नहीं रहा। 

हमारी सरकार की ढीली कार्रवाई जो नशा तस्कर खुलेआम घूम रहे
हालांकि शिअद विधायक की बात पर सत्तापक्ष के कई विधायकों ने विरोध जताया, लेकिन जेल से जुड़ा मामला होने से जेल मंत्री सुखजिंद्र सिंह रंधावा ने स्पीकर से जवाब देने की अनुमति मांगी। रंधावा ने मजीठिया पर पलटवार करते हुए कहा कि यह जो बोल रहे हैं कि पुलिस की नाकामी है, मैं कहता हूं कि हमारी सरकार की ढीली कार्रवाई के कारण कुछ नशा तस्कर खुलेआम घूम रहे हैं। पुलिस और सरकार ने सही तरीके से काम किया होता तो न सिर्फ चिट्टे से राहत मिलती, बल्कि विरोधियों को बोलने का भी मौका न मिलता। शिअद विधायक दोबारा बोलने का मौका नहीं मिलने पर बिफर पड़े और तकरीबन 5 मिनट नारेबाजी के बाद सदन से वॉकआऊट कर गए। 

आर.टी.ओ. मंत्री की भी नहीं सुनते, उनकी तैनाती करता कौन है : वडिंग 
वहीं, शून्यकाल दौरान वडिंग ने कहा कि सरकार को 3 वर्ष हो चुके हैं लेकिन ट्रांसपोर्ट माफिया को खत्म करने के लिए कोई पॉलिसी नहीं ला पाए हैं। काफी मशक्कत के बाद पी.आर.टी.सी. की एक ए.सी. बस का रूट चंडीगढ़ के लिए शुरू करवाया था लेकिन आर.टी.ओ. हरदीप सिंह की वजह से रिन्यू नहीं हो पाया और बस बंद हो गई। उक्त अधिकारी भ्रष्टाचार और गबन के मामले में पुलिस को वांछित है और इन दिनों गिरफ्तारी से बचने के लिए भागा हुआ है। वडिंग ने कहा कि पता नहीं सरकार की क्या नीति है क्योंकि लंबे समय से ट्रांसपोर्ट मंत्री को गुजारिश करते आ रहे हैं कि उक्त भ्रष्ट आर.टी.ओ. को ट्रांसफर कर दिया जाए, लेकिन पहले तत्कालीन मंत्री अरुणा चौधरी हाथ खड़े करती रही हैं और अब मौजूदा मंत्री रजिया सुल्ताना भी ऐसा ही कह रही हैं। वडिंग ने कहा कि आर.टी.ओ. मंत्री की भी नहीं सुनते, तो समझ नहीं आता कि उनकी तैनाती आखिर करता कौन है? क्योंकि वर्षों से उनकी पोस्टों पर घूम-फिरकर वही लोग तैनात हो रहे हैं, जो पिछली सरकारों के समय थे। ऐसे में हम कैसे कह सकते हैं कि हम तंत्र को भ्रष्टाचार मुक्त कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री करते हैं आर.टी.ओ. के तौर पर पी.सी.एस. अधिकारियों की तैनाती : रजिया
जवाब देते हुए ट्रांसपोर्ट मंत्री रजिया सुल्ताना ने कहा कि आर.टी.ओ. के तौर पर पी.सी.एस. अधिकारियों की तैनाती सीधे मुख्यमंत्री द्वारा की जाती है और ट्रांसफर भी वही कर सकते हैं। जैसा वडिंग ने सदन में बताया है, यदि ऐसा ही है तो वो सिर्फ उक्त अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई या ट्रांसफर के लिए सिफारिश ही कर सकती हैं। फरीदकोट से विधायक कुशलदीप सिंह ढिल्लों ने फरीदकोट और कोटकपूरा में सीवरेज के काम में अवांछित देरी का मुद्दा उठाया। भाजपा विधायक अरुण नारंग और ‘आप’ विधायक अमन अरोड़ा ने शिक्षा विभाग द्वारा नियम पूरे नहीं करने वाले 2100 स्कूलों को बंद किए जाने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि सरकार कोई पालिसी बनाकर छोटे-छोटे लेकिन महत्वपूर्ण काम कर रहे स्कूलों का हल करे। ‘आप’ विधायक जगदेव कमालू ने मौड़ मंडी बलास्ट का मामला उठाते हुए जल्द कार्रवाई की मांग की। ‘आप’ विधायक मनजीत सिंह बिलासपुर ने रणशींहकलां में चल रहे स्कूल प्रबंधक पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए बदलने की मांग की। कंवर संधू ने सुखना झील के कैचमैंट एरिया में मकान गिराए जाने संबंधी फैसले को चैलेंज करने की जरूरत बताई। शिअद विधायक हरिंद्रपाल सिंह चंदूमाजरा ने भूजल के संकट व सरकार की गंभीरता नहीं होने का मामला उठाया। 

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