जालंधर में 8 साल की बच्ची से दुष्कर्म; भीड़ ने आरोपी को पीट-पीट कर मार डाला

punjabkesari.in Monday, Jun 03, 2019 - 11:53 AM (IST)

जालंधर(महेश): कमिश्नरेट के थाना रामा मंडी की पुलिस चौकी नंगल शामा के अधीन पड़ते एक क्षेत्र में 8 साल की मासूम बच्ची से दुष्कर्म किए जाने का मामला सामने आया है। 39 साल के आरोपी पप्पू कुमार यादव पुत्र देव नारायण यादव निवासी लाडूगढ़, जिला पूॢणया (बिहार) को बच्ची के पिता ने मौके पर ही पकड़ लिया, जिसके बाद वहां एकत्रित भीड़ ने गुस्से में आकर उसे बेरहमी से पीट-पीट कर मार डाला। 

आरोपी रामा मंडी के साथ लगते न्यू गणेश नगर के बीच ही पड़ते तरुण एन्क्लेव में रहता था और मजदूरी करता था।  पुलिस घायल अवस्था में उसे लेकर अस्पताल में पहुंची तो कुछ ही देर के बाद डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बच्ची की मां ने बताया कि वह किसी काम से घर से बाहर गई हुई थी। जब वह अपने पति समेत घर पहुंची तो देखा कि बच्ची खून से लथपथ हालत में थी। बच्ची ने सब कुछ अपनी मां को बता दिया, जिसके बाद उसके पिता ने नजदीक ही नशे में धुत्त होकर घूम रहे आरोपी पप्पू कुमार यादव को दबोच लिया। पुलिस ने आरोपी से बच्ची के साथ किए गए दुष्कर्म को लेकर पूछताछ करने के काफी प्रयास किए लेकिन नशे में धुत्त और लोगों की पिटाई का शिकार हुआ पप्पू कुछ भी नहीं बता रहा था।  पुलिस ने इस संबंध में मारपीट करने वाले लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। 

दरिंदों को नहीं है पुलिस का खौफ, बढ़ रहे हैं दुष्कर्म के मामले
 जालंधर के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में दुष्कर्म के मामले लगातार बढऩे लगे हैं, जिससे साफ जाहिर होता है कि ऐसी घिनौनी हरकतें करने वाले दरिंदों को पुलिस का खौफ नहीं रहा है। 8 दिन पहले थाना सदर के एक गांव में 3 साल की मासूम बच्ची को उठाकर उसे तूड़ी वाले कमरे में ले जाकर दुष्कर्म करने वाले यू.पी. के लखनऊ जिले के रहने वाले आरोपी मोहिन्द्र को अभी तक पुलिस पकड़ नहीं पाई है। हालांकि पुलिस ने आरोपी तक पहुंचने के लिए लखनऊ में जाकर रेड भी की लेकिन 2 दिन के बाद वहां से बेरंग लौट आई। उस पर थाना सदर में केस भी बच्ची के पिता के बयानों पर दर्ज कर लिया गया था। आरोपियों के न पकड़े जाने से उनका हौसला और बढ़ता जा रहा है, जिसके चलते ऐसे मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। 
इसी थाने के एक और गांव में भी 3 साल की बच्ची को गलत हरकत करने के इरादेे से एक और दरिंदा उठाकर ले गया था लेकिन पुलिस ने उसे मौकेे पर ही दबोच लिया नहीं तो 3 दिन में 3 साल की जो मासूम बच्चियों से 2 मामले हुए वैसा ही मामला सामने आना था। बस्ती बावा खेल थाने के अधीन पड़ते क्षेत्र में भी 11 साल की एक बच्ची को दरिंदे ने अपनी हवस का शिकार बनाया था। बच्ची को कोई नशीली चीज देकर उससे दुष्कर्म किया गया था। थाना बस्ती बावा खेल के एस.आई. अवतार सिंह के पास इस मामले की जांच थी। 


विधवा मां हुई थी बेटे की हवस का शिकार 
कुछ दिन पहले ही थाना आदमपुर के एक गांव में भी मां-बेटे के रिश्ते को तार-तार कर देने वाली बहुत बड़ी एक घटना सामने आई थी। करीब 30 साल के नशेड़ी बेटे ने 50-55 साल की अपनी विधवा मां को अपनी हवस का शिकार बना लिया। आदमपुुर पुलिस ने मां के बयानों पर थाना आदमपुर में आरोपी बेटेे पर केस दर्ज करते हुए उसे गिरफ्तार तो कर लिया लेकिन उसके बावजूद मां अपने बेटे की गंदी करतूत के बाद कैसे जीवित है, यह तो वही जानती है। विधवा महिला की बेटी और गांव के अन्य लोगों ने उस पर इसलिए पूरी नजर रखी हुई है कि कहीं वह खुदकुशी जैसा कोई गलत कदम न उठा ले। आरोपी बेटे को पुलिस जेल भेज चुकी है। पुलिस जांच में आया था कि उसने बहुत ज्यादा नशा किया हुआ था, जिसके चलते उसने घिनौनी हरकत कर दी। इससे पहले वह नशे में घर आकर मां को मारता-पीटता था। 


फांसी या गोली मार देने से कम नहीं होनी चाहिए सजा
प्रमुख कपड़ा व्यापारी व समाज सेवक भूपिन्द्र सिंह हनी भाटिया ने कहा कि दुष्कर्म जैसे मामलों के आरोपियों की सजा फांसी या मौके पर ही गोली मार देने से कम नहीं होनी चाहिए। ऐसी सजा से ही दरिंदों के मन में पुलिस का खौफ पैदा हो सकेगा नहीं तो इस तरह के मामले बढ़ते ही जाएंगे। उन्होंने कहा कि लगातार सामने आ रहे दुष्कर्म के मामलों को रोकने के लिए जालंधर के पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर व एस.एस.पी. देहाती नवजोत सिंह माहल को कड़े कदम उठानेे होंगे। हनी भाटिया ने कहा कि मासूम बच्चियां अपने घर में ही सुरक्षित नहीं हैं तो वह बाहर कैसे निकल सकेंगी। उन्होंनेे कहा कि युवतियों, बच्चियों तथा महिलाओं की सुरक्षा को हर हाल में यकीनी बनाया जाना समय की मुख्य जरूरत बन चुकी है। 

Mohit