खाकी की हैवानियत: सारी रात महिला से अपनी हवस मिटाता रहा हवलदार, Audio Viral

punjabkesari.in Monday, Jan 04, 2021 - 10:56 AM (IST)

लुधियाना (राम): पुलिस थाने में लोगों के साथ अत्याचार की घटनाएं आम ही सामने आतीं रहती हैं लेकिन अब जिला पुलिस लुधियाना के थाना जमालपुर अधीन आती चौकी मुंडियां कलां में मारपीट की शिकार एक महिला के साथ चौकी के हवलदार द्वारा कथित दुष्कर्म किए जाने का मामला सामने आना खाकी के दामन पर गंभीर धब्बे जैसा है यह मामला मीडिया में उछलने के बाद जिला पुलिस सवालों में घिर गई है।

इस पूरे मामले में पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए कामरेड विनोद तिवाड़ी ने  प्रैस कांफ्रैंस के दौरान पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किये हैं। प्रैस कांफ्रैंस दौरान पीड़ित महिला ने बताया कि वह किराए के मकान में रहती है। गत 5 दिसंबर को उनके पड़ोस में रहने वाले करमजीत सिंह करमू नामक व्यक्ति करीब 8 बजे उसके घर आया, जिसके पीछे ही उसकी पत्नी, लड़का और मोहल्ले की कुछ महिलाएं और अन्य लोग भी आए। उन्होंने बिना वजह ही उसे कथित तौर पर धमकाते मारपीट करनी शुरू कर दी।

पीड़िता ने किसी तरह भागकर जान बचाई लेकिन जब वह वापिस दूसरी रात को 9 बजे अपना सामान लेने के लिए गई तो करमू की पत्नी, लड़के और कुछ महिलाओं ने उससे बुरी तरह मारपीट करते हुए उसके कपड़े फाड़ते हुए वीडियो बना ली। इसके बाद चौकी मुंडियां कलां से 2 पुलिस मुलाजिम मौके पर पहुंचे, जो करमू और पीड़िता को देर रात्रि करीब 11 बजे हिरासत में लेकर चौकी ले गए लेकिन पुलिस टीम के साथ कोई भी महिला पुलिस मुलाजिम नहीं थी और पीड़िता को ग़ैरकानूनी ढंग से पूरी रात चौकी में रखा गया। प्रैस कान्फ्रेंस दौरान पीड़िता ने रोते हुए बताया कि उसकी शिकायत पर कार्रवाई न करते हुए उसे ही चौकी में बंद कर दिया। सबसे बड़ी हैवानियत तो उस समय हुई जब चौकी में एक भी महिला मुलाजिम न होने का फायदा उठाते हुए राकेश कुमार नाम के हवलदार ने सुबह 4 बजे तक पीड़िता के साथ कथित जबरदस्ती की। 


पीड़िता की अश्लील ऑडियो का भी दावा
इस पूरे मामले में पीड़िता के चरित्र को गलत बताते हुए एक ऑडियो सुनाई गई, जिसमें पीड़िता हवलदार के साथ फ़ोन कॉल पर अश्लील बातें कर रही है लेकिन हवलदार नेक इंसान बनते हुए ऐसीं बातों से मना कर रहा है। इस मामले पर पीड़ता ने आरोप लगाया कि यह अश्लील बातें उससे जबरदस्ती कहलवाई गई, जिस फ़ोन से यह फ़ोन काल की गई, वह भी पीड़िता का नहीं था। 

 

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