REFERENDUM 2020: सुक्खी चाहल ने पन्नू पर साधा निशाना, वोटर रजिस्ट्रेशन को बताया फर्जी

punjabkesari.in Thursday, Jul 09, 2020 - 09:59 AM (IST)

जालंधर: अमरीका स्थित पंजाब फाऊंडेशन के संस्थापक व चेयरमैन सुक्खी चाहल ने एक ट्वीट कर सिख्स फॉर जस्टिस के कानूनी सलाहकार गुरपतवंत सिंह पन्नू पर निशाना साधा है। उन्होंने अपने ट्वीट में सिख्स फॉर जस्टिस (एस.एफ.जे.) द्वारा रैफरैंडम-2020 के नाम पर की जा रही वोटर रजिस्ट्रेशन के डाटा को फर्जी करार देते हुए कहा कि पन्नू रैफरैंडम-2020 के लिए वोटर रजिस्ट्रेशन करने में पूरी तरह फेल हुए हैं और 3 दिन में मात्र 890 लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाई है। 

उल्लेखनीय है कि गुरपतवंत सिंह पन्नू की मंशा पंजाब को देश से अलग करने की है और सिख्स फॉर जस्टिस ने रैफरैंडम-2020 के लिए 4 जुलाई से पंजाब सहित देश-विदेश में वोटर रजिस्ट्रेशन शुरू की है। इससे पहले पन्नू पिछले दिनों एक हास्यास्पद बयान में 15 अगस्त को लाल किले से खालिस्तान का झंडा फहराने की धमकी दे चुका है। पन्नू ने यह बयान उसके साथ 9 लोगों को गृह मंत्रालय द्वारा आतंकी घोषित किए जाने के बाद दिया था।  सुक्खी चाहल ने कहा कि ज्ञात हुआ है कि वोटर रजिस्ट्रेशन करवाने वालों में ज्यादा मतदाताओं ने दबाव में रजिस्ट्रेशन करवाई है तथा पन्नू की चुप्पी इस बात की गवाही देती है। उन्होंने आशंका जताई कि अपना चेहरा छुपाने के लिए पन्नू वोटर रजिस्ट्रेशन डाटा से छेड़छाड़ कर इसे काफी बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर सकता है। इसके लिए यह भी संभावना जताई कि डाटा को बढ़ा-चढ़ाकर दर्शाने के लिए गुरुघरों के मैंबरों की लिस्ट को वोटर लिस्ट के साथ जोड़ कर दिखाया जा सकता है। उन्होंने आगाह किया कि सभी गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटियों को सिख संगत के डाटा की प्राइवेसी को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है।

डाटा बढ़ाने के लिए एस.एफ.जे. का ट्रैवल एजैंट से संपर्क
सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि सिख्स फॉर जस्टिस वोटर रजिस्ट्रेशन के डाटा को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाने के लिए ट्रैवल एजैंटों से संपर्क कर सिख यात्रियों का डाटा हासिल करने का प्रयास कर सकता है। उन्होंने सिख संगत को आगाह किया कि वे ट्रैवल एजैंट को उनका डाटा आगे किसी से शेयर न करने को कह सकते हैं। 
 

सार्वजनिक किए जाएं वोटर रजिस्ट्रेशन करवाने वाले खालिस्तानी संगठनों के नाम 
सुक्खी चाहल ने एस.एफ.जे. लीडरशिप से पंजाब और विदेशों में बसे अपने पारिवारिक सदस्यों व रिश्तेदारों, जिन्होंने वोटर रजिस्ट्रेशन करवाई है, के नाम सार्वजनिक करने की आशा जताई है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उन सभी खालिस्तानी संगठनों, जिन्होंने वोटर रजिस्ट्रेशन को समर्थन दिया है, को भी सार्वजनिक किया जाए। 

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