कनाडा में ऋषि नागर ने बढ़ाया पंजाबियों का मान, 'द यूनिवर्सिटी ऑफ कैलगरी' के सीनेट बने

punjabkesari.in Monday, May 28, 2018 - 04:08 PM (IST)

नकोदर: निकटवर्ती गांव शंकर में खुशी का माहौल है, गांव के ऋषि नागर को कैलगरी में द यूनिवर्सिटी ऑफ कैलगरी का सीनेट नियुक्त किया गया है। 

जालंधर में लंबे समय तक रहकर कॉलेज में शिक्षक और पत्रकारिता में नए आयाम स्थापित करने, वाले ऋषि नागर कैलगरी में नामचीन हस्ती हैं और उनका नाम मोटिवेशनल के अलााव कनाडा की मीडिया इंडस्ट्री में काफी मशूहर है। नागर कनाडा के कैलगरी के रेड एफ.एम. के न्यूज डायरेक्टर और मार्निंग शो होस्ट हैं। द यूनिवसिर्टी ऑफ कैलगरी के सीनेट पद पर नियुक्त होने वाले वे पहले पंजाबी बने हैं। उनकी नियुक्ति एक जुलाई 2018 से 30 जून 2021 के लिए प्रभावी मानी जाएगी।

पंजाबियों के मुद्दों को कनाडा में उठाते हैं
नागर के करीबी दोस्त गांव शंकर के मंदीप सिंह बॉबी ग्रोवर ने बताया कि नागर पर पूरे जालंधर को मान है। उन्होंने गांव शंकर को विश्व के मानचित्र पर ला दिया है। ग्रोवर कहते हैं कि उस बंदे में खासियत है और उसकी काबलियत ही उसको बुलंदियों पर ले गई है। आज भी वह अपने गांव शंकर को नहीं भूला है, हर किसी के दुख-सुख के बारे में फोन पर पूछता है और पंजाबियों के मुद्दों को कनाडा में उठाता रहता है। अपनी इस नियुक्ति के बाद त्रषि नागर ने कहा कि इतने अहम व बड़े पद पर उन्हें नियुक्ति देकर जो सम्मान दिया गया है उसके लिए वे सभी का आभार व्यक्त करते हैं और अब वह इस पद पर पूरी निष्ठा के साथ अपनी सेवाएं देंगे।

2009 में कनाडा हुए शिफ्ट
ऋषि नागर लंबे समय तक शिक्षक के रूप में काम कर चुके हैं। आर्य कॉलेज फॉर वुमन के प्रिंसिपल, पीटीएम आर्य कॉलेज के कार्यकारी प्रिंसीपल नूरमहल, एसडीएम पब्लिक कॉलेज शाहकोट के प्रिंसीपल, इंदिरा गांधी ओपन विश्वविद्दालय में अंग्रेजी के लेक्चरर के तौर पर सेवाएं देने वाले नागर बाद में हिंदी पत्रकारिता के क्षेत्र में आ गए। उन्होंने एक हिंदी समाचार पत्र में चीफ रिपोर्टर के रूप में कार्य करने के बाद चंडीगढ़ में वरिष्ठ संवाददाता के रूप में कार्य किया और 2009 में वह अपनी पत्नी रेनू नागर के साथ कनाडा शिफ्ट हो गए। नागर पिछले दिनों कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो के साथ भारतीय दौरे पर भी आए थे। 
 

Vaneet