नो एंट्री जोन में तेज रफ्तार ट्रक ने महिला को कुचला, मौत

punjabkesari.in Friday, Apr 20, 2018 - 07:36 AM (IST)

जालंधर (रमन): थाना डिवीजन नं. 1 के अधीन पड़ते वर्कशाप चौक में नो एंट्री जोन में गेहूं से भरे ट्रक की चपेट में आने से एक्टिवा सवार महिला राज रानी पत्नी प्रेमदास निवासी न्यू ज्वाला नगर मकसूदां की मौत हो गई। मृतक  महिला दोपहर 11 बजे के करीब मकसूदां से माई हीरां गेट बाजार के लिए स्कूटरी (नं. पी.बी.08-बी.टी.-5289) पर निकली थी कि रास्ते में वर्कशाप चौक के पास दाना मंडी की तरफ अपनी स्कूटरी मोडऩे के लिए खड़ी हुई थी कि अचानक वर्कशाप चौक नो एंट्री जोन से तेज रफ्तार ट्रक (नं. पी.बी.08-पी.एम.-1764) ने महिला को अपनी चपेट में ले लिया।

हादसा इतना भयानक था कि तेज रफ्तार ट्रकमहिला को कुचलता हुआ आगे निकल गया और महिला की मौके पर ही मौत हो गई। इसी दौरान ट्रक चालक मौके से फरार होने के लिए भागा परंतु वहां मौजूद लोगों ने उसे पकड़ लिया और नाके पर खड़ी पुलिस के हवाले कर दिया। मौके पर पुलिस कर्मियों ने थाना नं. 1 की पुलिस को सूचित किया जो घटनास्थल से आरोपी को थाना ले गई और ट्रक को थाना नं. 2 में खड़ा करवा दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भेज दिया है।

मौके पर पहुंचे मृतक महिला के बेटे राजेश कुमार ने बताया कि उसकी मां 15 मिनट पहले ही उससे मिल कर घर से निकली थी। वह मकसूदां में ही कपड़े की दुकान पर काम करती है। काम के सिलसिले में माई हीरां गेट बाजार में जा रही थी कि थोड़ी देर बाद उसे फोन पर सूचना मिली कि उनकी माता का एक्सीडैंट हो गया है। वह मौके पर पहुंचा तो देखा कि उसकी मां की मौत हो चुकी थी। देर शाम पुलिस ने ट्रक चालक कमलजीत उर्फ काका पुत्र निरंजन दास निवासी हरदयाल नगर पर धारा 279, 304-ए, 427 के तहत मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है।

किस पुलिस कर्मचारी की गलती के चलते ट्रक ने की एंट्री
जालंधर (शौरी): महिला की मौत के मामले में ट्रैफिक पुलिस की लापरवाही भी सामने आई है। महानगर में होने वाले सड़क हादसों को रोकने के लिए सीनियर पुलिस अधिकारियों ने आदेश जारी कर सुबह 8 से रात 8 बजे के बीच ट्रक-ट्रालियां व अन्य भार ढोने वाले वाहनों की शहर के अंदरूनी हिस्सों में एंट्री पर रोक लगाई थी लेकिन आज वर्कशॉप चौक में गेहूं से ओवरलोड ट्रक कैसे नो एंट्री जोन में आ गया और उसे रास्ते में ट्रैफिक पुलिस कर्मचारियों ने क्यों नहीं रोका? इसके साथ थाना स्तर की पुलिस भी नाकों पर तैनात रहती है, उनका ध्यान आखिर क्यों नहीं ओवरलोड ट्रक पर पड़ा। क्या इस मामले में सीनियर पुलिस अधिकारी जांच करेंगे कि किसकी लापरवाही के कारण ट्रक नो एंट्री जोन में दाखिल हुआ। यदि ट्रक को पुलिस रोक लेती तो आज महिला की जान बच जाती।

Anjna