स्कूटी व टैंपो टक्कर में एक व्यक्ति की मौत, दूसरा घायल

punjabkesari.in Friday, Apr 27, 2018 - 10:30 AM (IST)

जुगियाल/पठानकोट (शर्मा,आदित्य): जुगियाल के पास पड़ते पैट्रोल पम्प के समक्ष गत देर रात्रि स्कूटी व टैंपो की टक्कर होने से स्कूटी चालक व्यक्ति की मौत हो गई एवं दूसरा व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। स्कूटी चालक मृतक की पहचान हरबंस सिंह निवासी रानीपुर धींगा व उसके पीछे बैठे घायल व्यक्ति की पहचान लाभ सिंह के रूप में हुई है। वहीं घटनास्थल पर मौजूद लोगों एवं मृतक के पारिवारिक सदस्यों ने आर.एस.डी. अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही को लेकर जमकर रोष प्रदर्शन किया। 

प्रदर्शनकारियों बिल्लू पठानिया, सुरिन्द्र सिंह, पूर्ण सिंह, जगदेव सिंह, लाल चंद, बलवान सिंह, लक्की पठानिया आदि ने बताया कि रात्रि करीब 9 बजे पैट्रोल पम्प के समक्ष स्कूटी व टैम्पो की आपस में टक्कर हो गई जिसके चलते स्कूटी पर सवार दोनों व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें अस्पताल भेजने के लिए उनके द्वारा आर.एस.डी. अस्पताल शाहपुरकंडी व पठानकोट को एम्बुलैंस भेजने हेतु सूचित किया गया, परन्तु एक घंटे से भी अधिक की समयावधि बीत जाने के बाद भी अस्पताल की ओर से एम्बुलैंस नहीं भेजी गई।

उन्होंने कहा कि जब तक घटनास्थल पर एम्बुलैंस पहुंचती तब तक हरबंस सिंह नेसिर पर गहरी चोट लगने के चलते मौके पर दम तोड़ दिया। वहीं घायल लाभ सिंह को एम्बुलैंस के जरिए आर.एस.डी. अस्पताल शाहपुरकंडी में दाखिल करवाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत को गंभीर देखते हुए उसे पठानकोट सिविल अस्पताल में रैफर कर दिया। 

समय से एम्बुलैंस पहुंचती तो हरबंस की बच सकती थी जान 
मृतक हरबंस सिंह के पारिवारिक सदस्यों व लोगों ने कहा कि यदि समय से एम्बुलैंस पहुंच जाती तो शायद हरबंस सिंह की जान बच सकती थी। उन्होंने कहा कि मृतक हरबंस सिंह रणजीत सागर बांध परियोजना में बतौर ट्रैक्टर ड्राइवर तैनात था।

इस अवसर पर शाहपुरकंडी थाने के ए.एस.आई इंद्रजीत सिंह ने बताया कि जैसे ही उन्हें उक्त हादसे के बारे में पता चला तो वह तुरंत पुलिस पार्टी सहित घटनास्थल पर पहुंचे और दोनों व्यक्तियों को उपचार हेतु आर.एस.डी. अस्पताल भिजवाया। जहां उपचार के दौरान हरबंस सिंह की मृत्यु हो गई। उन्होंने कहा कि पुलिस ने टैंपो चालक अमरजीत के विरुद्घ मामला दर्ज करके अपनी अगली कार्रवाई आरम्भ कर दी है तथा मृतक हरबंस सिंह के शव का पोस्टमार्टम करवाकर उसे वारिसों के सुपुर्द कर दिया गया है। 

Anjna