बेकाबू कार गड्ढे में गिरी, एयरबैग खुलने से कार चालक को खरोंच तक नहीं लगी

punjabkesari.in Wednesday, Dec 18, 2019 - 07:49 PM (IST)

होशियारपुर(अमरेन्द्र): टांडा रोड पर शहर के अंदर सड़क हादसे के मामले में कुख्यात हो चुके पटेल नगर चौक के पास बुधवार दोपहर 3 बजे के करीब बेकाबू स्विफ्ट कार सड़क से करीब 10 फुट नीचे गड्ढे में गिर गई। कार पेड़ से टकराने के बाद बावजूद कार चालक को खरोंच तक नहीं लगी। सफेदे के पेड़ से टकराने पर हुई जोरदार धमाके की आवाज सुन भारी संख्या में लोग हादसास्थान पर पहुंच गए। अभी लोग गहराई में नीचे उतरने की कोशिश कर ही रहे थे कि कार में सवार चालक बड़े ही आराम से क्षतिग्रस्त कार से बाहर निकल सड़क पर लौटा आया। इसे संयोग ही कहा जा सकता है कि हादसा होते ही कार के बैलून खुल गए। वहीं कार चालक ने सीट बैल्ट बांध रखा था जिस वजह से कार चालक को खरोंच तक नहीं लगी।

हादसों का केन्द्र बन गया है पटेल नगर चौक
मौके से मिली जानकारी के अनुसार कार चालक नई आबादी स्थित अपने घर कार से लौट रहा था। पटेल नगर चौक के समीप व भंगी चो पुल से पहले अंधे मोड़ पर कार अचानक बेकाबू हो उछलते हुए सड़क से नीचे जा गिरी। कार चालक बाहर निकलते ही अपने परिजनों को हादसे की सूचना दे दी। परिजनों ने तत्काल ही मौके पर पहुंच जे.सी.बी. मशीन की सहायता से कार को गड्ढे से बाहर निकाल वर्कशाप में भेज दिया।

आखिर क्या है पटेल नगर चौक पर हादसों की वजह
बाजवा पेट्रोल पम्प के आगे से लेकर पुल तक स्ट्रीट लाईट नहीं होना, सड़क के दोनों ही तरफ सफेदे के बड़े-बड़े पेड़, ढलान वाली सड़क पर तेज रफ्तार से दौड़ते वाहन, पुल से पहले जंगलात विभाग की तरफ जाने वाली सड़क पर अंधे मोड़, सड़क के किनारे सोल्डर न होना, मोड़ पर पेड़ व झाडिय़ां आदि खामियां सड़क हादसों का कारण बनी हुई है।

हादसों पर रोक के लिए प्रशासन भी गंभीर नहीं
गौरतलब है कि बाजवा पेट्रोल पम्प से लेकर भंगी चो पुल तक कई हादसा होने के बाद भी इस सड़क पर स्ट्रीट लाईट नहीं होने को ना तो प्रशासन और ना ही नगर निगम व पुलिस ने अभी तक गंभीरता से ले रही है। निगम के अधिकारियों का कहना है कि इस सड़क के डैंजर जोन वाले आधी सड़क पर तो बिजली के पोल ही नहीं है तो हम बिजली की सुविधा कैसे दें वहीं प्रशासनिक स्तर पर कहा जाता है कि यह सड़क फोर लेन के अधीन नैशनल हाईवे का है। हैरानीवाली बात तो यह है कि रोजाना होने वाले इस तरह के हादसों से न तो वाहन चालक सबक ले रहे हैं और ना ही पुलिस व प्रशासन।

Vaneet