डॉल्फिन के मालिक की फॉच्र्यूनर लूटने का मामलाः हवलदार के बेटे सहित 3 काबू

punjabkesari.in Tuesday, Jun 19, 2018 - 07:14 AM (IST)

जालंधर (वरुण): होटल डॉल्फिन के मालिक के ड्राइवर से फॉच्र्यूनर गाड़ी लूटने वाले हवलदार के बेटे व लूटकांड के मास्टर माइंड सहित 3 आरोपियों को सी.आई.ए. स्टाफ ने गिरफ्तार कर लिया है जिनसे एक नकली पिस्तौल भी बरामद हुई। इनमें से 2 युवक हैरोइन का नशा भी करते हैं। ए.सी.पी. इंवैस्टीगेशन गुरमेल सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि होटल डॉल्फिन के मालिक की फॉच्र्यूनर लूटने वाले आरोपी फिर से वारदात के लिए बल्र्टन पार्क के पास घूम रहे हैं।

सी.आई.ए. स्टाफ के ए.एस.आई. मोहन सिंह ने तुरंत अपनी टीम साथ वहां रेड करके युद्धवीर सिंह पुत्र टहल सिंह निवासी न्यू प्रताप नगर अमृतसर, करणवीर सिंह उर्फ करण पुत्र लखवीर निवासी हरीके तरनतारन व अमरीक सिंह उर्फ मिट्ठू पुत्र दलजीत सिंह निवासी न्यू प्रताप नगर अमृतसर को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों से एक नकली पिस्तौल भी बरामद हुआ। तीनों से पूछताछ की गई तो पता लगा कि उक्त लोगों ने इसी नकली पिस्तौल के बल पर फॉच्र्यूनर गाड़ी लूटी थी। युद्धवीर सिंह व अमरीक सिंह हैरोइन का नशा करते हैं और नशे में ही उन्होंने वारदात की थी। इसी केस में पुलिस हैप्पी व गोपी को पहले से ही गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है। अभी भी इस लूटकांड में किशनजीत उर्फ जग्गा निवासी फरीदकोट फरार है जिसके पिता पंजाब होमगार्ड में मुलाजिम हैं। ए.सी.पी. गुरमेल सिंह का कहना है कि जल्द ही किशनजीत सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। अमरीक सिंह के पिता डेयरी चलाते हैं।

करण का पिता मुलाजिम होते हुए करता था हैरोइन तस्करी
करण का पिता लखवीर सिंह फरीदकोट पुलिस में बतौर हवलदार तैनात था। कुछ समय पहले वह 270 ग्राम हैरोइन समेत पकड़ा गया था जिसके बाद उसका हैरोइन तस्करों से भी संबंध निकले थे। पुलिस अधिकारियों ने उसे डिसमिस कर दिया था। करण खुद तो नशा नहीं करता लेकिन युद्धवीर सिंह के साथ मिल कर वारदातें करने लगा। करण का पिता अभी भी जेल में बंद है। करणवीर सिंह इससे पहले भी पिस्तौल व हैरोइन के साथ पकड़ा जा चुका है। उसके खिलाफ फरीदकोट में मारपीट व शराब तस्करी के 2 केस दर्ज हैं जबकि एक केस तरनतारन में है। 

युद्धवीर सिंह के पिता ने हैरोइन बेचनी छोड़ खोली थी डेयरी
युद्धवीर सिंह का पिता भी हैरोइन तस्करी करता था लेकिन 2 केस होने के बाद उसने तस्करी छोड़ दी थी। अब वह डेयरी खोल कर अपना काम कर रहे हैं लेकिन युद्धवीर सिंह को हैरोइन की लत लगी तो उसने लूटपाट, जमीनों पर कब्जा दिलाने व खुद नशा बेचने का काम शुरू कर दिया। युद्धवीर सिंह खिलाफ चंडीगढ़ में 1 व अमृतसर में 9 केस दर्ज हैं। 

मोगा में फॉच्र्यूनर लूटने का था प्लान
युद्धवीर सिंह ने कबूला कि उन्होंने मोगा में फॉच्र्यूनर गाड़ी लूटने का प्लान बनाया था। फॉच्र्यूनर गाड़ी को ही निशाना बनाने का कारण था कि युद्धवीर सिंह ने लूटी हुई फॉच्र्यूनर गाड़ी पर अपने पिता की गाड़ी का नंबर लगाना था ताकि किसी को भी शक न हो। युद्धवीर का पिता उसे फॉच्र्यूनर चलाने के लिए नहीं देते था जिस कारण उसने फॉच्र्यूनर लूटने का प्लान बनाया। 2 दिन तक मोगा में वे फॉच्र्यूनर गाड़ी ढूंढते रहे लेकिन गाड़ी न मिलने के कारण वे जालंधर की तरफ आ गए और होटल डॉल्फिन होटल के मालिक की फॉच्र्यूनर को निशाना बना लिया जिसका नंबर बदल कर शिमला जाना था। 

Anjna